PMML : देश में जब से केंद्र की मोदी सरकार आई है तब से कई जगहों के नाम में परिवर्तन किया गया है। हाल ही में 14 अगस्त को नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (NMML) का आधिकारिक तौर पर नाम बदल दिया गया है। अब नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (NMML) का नाम बदलकर आधिकारिक तौर पर प्रधान मंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (PMML) सोसायटी किया गया है।
जिस पर विपक्ष के ओर से बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है और इस मामले पर विपक्ष की प्रमुख कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने टिप्पणी दी है। उसी दौरान नेहरू नाम हटाकर प्रधान मंत्री कर दिया गया। ऐसे में ‘नेहरू’ का नाम हटाएं जानें पर राजनीति बवाल शुरू हो गया है।
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NMML पर राहुल गांधी ने कहा-
आपको बता दें कि विपक्ष लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर कोई न कोई तंज कसने को तैयार ही रहती है। बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट से दो दिन के लिए लद्दाख जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा, “नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं.”
इससे पहले, नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड लाइब्रेरी रखने को लेकर बीजेपी और विपक्षी दल के नेताओं के बीच वाकयुद्ध शुरू हुआ।
जयराम रमेश बोलें-
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलने को लेकर केंद्र पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की आजादी की लड़ाई में जवाहर लाल नेहरू के महान योगदान को कभी छीन नहीं सकते।
ट्विटर पर रमेश ने लिखा
अपने आधिकारिक हैंडल twitter, पहले ट्विटर पर रमेश ने बुधवार को लिखा, “आज से, एक प्रतिष्ठित संस्था को नया नाम मिला। दुनिया में चर्चित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) पीएमएमएल-प्रधानमंत्री मेमोरियल म्यूजियम व लाइब्रेरी बन गया है। मिस्टर मोदी के पास भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं का एक बड़ा बंडल है। खासकर जब बात हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री की हो. उनका बस एक एजेंडा है कि नकारना, बिगाड़ना, बदनाम करना और नेहरू और नेहरूवियन विरासत को नष्ट करना है।”