Kota Ravana Down Ground:दशहरा भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जहां इस दिन पूरे देश में रावण दहन की परंपरा निभाई जाती है। राजस्थान के कोटा में भी इस अवसर पर भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस साल की तैयारी में एक गंभीर हादसा सामने आया है। दरअसल, दशहरे से एक दिन पहले, जब रावण और उसके परिवार के पुतलों को क्रेन की मदद से खड़ा किया जा रहा था, तभी रावण का पुतला 12-15 फुट की ऊंचाई से अचानक गिर गया।
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हादसे का कारण
दरअसल हादसे के समय रावण का पुतला ऊंचाई पर लटका हुआ था, जब क्रेन ने उसे ऊपर उठाने का प्रयास किया। इसी दौरान तकनीकी खराबी या लापरवाही के कारण पुतला गिर गया, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। गिरने के बाद रावण का सिर पूरी तरह से तहस-नहस हो गया। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद मजदूरों और दर्शकों में हड़कंप मच गया।
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दशहरे की तैयारी में हड़कंप
हादसे के बाद, आयोजकों ने तुरंत स्थिति को संभालने की कोशिश की। रावण के पुतले को फिर से सही करने के लिए श्रमिकों ने काम शुरू किया, लेकिन इस घटना ने समारोह की गरिमा को प्रभावित किया। स्थानीय लोग इस हादसे को लेकर चिंता में हैं और यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस तरह के आयोजन में सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जा रहा है या नहीं।
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सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि रावण दहन जैसे बड़े आयोजनों के दौरान सुरक्षा उपायों की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है। आयोजकों को चाहिए कि वे ऐसी तकनीकी समस्याओं से बचने के लिए आवश्यक जांच और उपाय करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
कोटा में 80 फीट का रावण
इस बार कोटा में 80 फीट का रावण बनाया गया है। इसके लिए दिल्ली से कलाकारों को बुलाया गया है। यहां आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम में दूर-दूर से लोग आते हैं। जिस समय पुतले का खड़ा किया जा रहा था, उस समय बारिश शुरू हो गई। बता दें कि कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले पहले ही खड़े किए जा चुके हैं।