Kolkata bridge safety news: हावड़ा ब्रिज के मूल डिजाइनर, ब्रिटेन स्थित रेंडेल लिमिटेड (जो पहले रेंडेल, पामर एंड ट्राइटन, यूके के नाम से जाना जाता था) के विशेषज्ञ इस ऐतिहासिक पुल की स्वास्थ्य जांच के लिए कोलकाता पहुंचे हैं। विशेषज्ञों ने मंगलवार को पुल का निरीक्षण शुरू कर दिया है। इस स्वास्थ्य परीक्षण का उद्देश्य हावड़ा ब्रिज की संरचनात्मक स्थिति का आकलन करना और भविष्य में उसकी सुरक्षा एवं स्थायित्व सुनिश्चित करना है।
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प्रस्तावों की समीक्षा किया अनुबंधित
श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट (SMP) ने 16 नवंबर को इस परीक्षण के लिए हावड़ा ब्रिज को बंद कर दिया था। इस परीक्षण का जिम्मा इस बार रेल मंत्रालय की परामर्श कंपनी आरआईटीईएस को सौंपा गया है। आरआईटीईएस ने रेंडल लिमिटेड को पुल के डिजाइन, ड्रॉइंग, निरीक्षण रिपोर्ट और मरम्मत प्रस्तावों की समीक्षा करने के लिए अनुबंधित किया है।
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परीक्षण की सिफारिश
हावड़ा ब्रिज का आखिरी स्वास्थ्य परीक्षण 1983 से 1988 के बीच किया गया था। तब आरआईटीईएस ने रेंडल, पामर एंड ट्रिटन के साथ मिलकर अल्ट्रासोनिक और गैर-विनाशकारी परीक्षणों की सिफारिश की थी, जिन्हें बाद में लागू किया गया। इस बार ब्रिटेन के वरिष्ठ सलाहकार माइकल जे. किंग और ब्रिज टीम लीडर ओमर नबील इस परीक्षण प्रक्रिया का नेतृत्व कर रहे हैं।
पीढ़ियों की विरासत रहे सुरक्षित
यह परीक्षण दो महीने तक चलेगा और मार्च 2025 तक इसकी अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर आरआईटीईएस हावड़ा ब्रिज की मरम्मत और पुनर्वास योजना तैयार करेगा, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए इस पुल की विरासत सुरक्षित रहे।
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मरम्मत के लिए उठाए कदम
वरिष्ठ सलाहकार माइकल जे. किंग और पुल टीम के नेता एवं सहायक तकनीकी निदेशक उमर नबील, रवींद्र सेतु (हावड़ा ब्रिज) के स्वास्थ्य ऑडिट का एक अभिन्न हिस्सा हैं। यह स्वास्थ्य ऑडिट ऐतिहासिक पुल की दीर्घकालिक स्थायित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इन विशेषज्ञों का नेतृत्व इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण है, ताकि पुल की संरचनात्मक स्थिति का सही आकलन किया जा सके और उसकी मरम्मत और रखरखाव के लिए उपयुक्त कदम उठाए जा सकें।