हर साल 14 नवंबर को राष्ट्रीय बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन भी मनाया जाता है। दरअलस जवाहरलाल नेहरू जी बच्चों से बहुत प्यार करते थे और बच्चे भी उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहते थे। बता दें कि जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर 14 नवंबर को हर साल बाल दिवस मनाया जाता है।
बता दे कि इस दिन बच्चें बहुत खुश रहते है, और स्कुलों में इस दिन कार्यक्रमों का आयोजन होता है, इसके साथ बच्चों को तोहफे भी दिए जाते हैं। वहीं हर व्यस्क के लिए भी बचपन बहुत यादगार होता है। लोगों को बड़े होने के बाद अपना बचपन याद आता है। वह उस बचपन को दोबारा जीना चाहते हैं। ऐसे में बाल दिवस के मौके पर दोबारा अपने बचपन को याद करें।
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कब से मनाया जा रहा इस दिन को..
बता दें कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का 27 मई 2023 को निधन हो गया था। उसी वर्ष उनके जन्मदिवस 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाये जाने का फैसला किया गया। पंडित नेहरू को सम्मान देने के लिए संसद में सर्वसम्मति से बाल दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की गयी और तभी से इस दिन को इस दिन मनाया जा रहा है।
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इस वजह से मनाया जाता है बाल दिवस
वहीं बाल दिवस भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस 14 नवंबर के दिन मनाया जाता है। क्योकिं पंडित नेहरू बच्चों से बेहद प्यार करते थे और बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। पंडित जवाहर लाल नेहरू का, बच्चों के लिए प्यार और सम्मान के चलते ही उनके मरणोपरांत उनके जन्मदिन को बच्चों को समर्पित कर दिया गया।
मुख्य उद्देश्य क्या है..
बाल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य हैं। पंडित नेहरू के अनुसार बच्चे ही हमारे समाज का आधार हैं। इसलिए इस दिन को बच्चों के अधिकारों, उनकी देखभाल करने और उनको अच्छी शिक्षा देने के साथ ही लोगों को इस बारे में जानकारी देना ही इसका मुख्य उद्देश्य है।