Paris Paralympics 2024: आईएएस अधिकारी सुहास यथिराज (Suhas Yathiraj) ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में बैडमिंटन के फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीतकर भारत के नाम एक और ख़िताब कर दिया है। उनकी यह सफलता न केवल उनके खेल करियर की एक नई ऊँचाई को दर्शाती है, बल्कि देशभर में उनकी प्रेरणादायक यात्रा को भी उजागर करती है। कर्नाटक के शिमोगा में जन्मे सुहास का पूरा नाम सुहास लालिनाकेरे यथिराज है।
जन्मजात विकलांग होने के बावजूद, उन्होंने अपने खेल और करियर में आने वाली सभी कठिनाइयों को पार किया और असाधारण सफलता प्राप्त की। उनकी पत्नी, स्वाति यादव, भी एक प्रेरणादायक शख्सियत हैं। स्वाति मिसेज इंडिया रह चुकी हैं और उनकी उपलब्धियाँ भी एक आदर्श मिसाल प्रस्तुत करती हैं। सुहास और स्वाति की जोड़ी ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता की नई परिभाषाएँ गढ़ी हैं।
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IAS है सुहास यथिराज
पेरिस पैरालंपिक 2024 में बैडमिंटन के फाइनल में, सुहास यथिराज को फ्रांस के नंबर एक खिलाड़ी लुकास मजूर के खिलाफ चुनौती का सामना करना पड़ा। लुकास ने सुहास को सीधे गेम में 21-10, 21-13 से हराया। लुकास के घरेलू समर्थकों की भी भारी भीड़ ने मुकाबले को और भी प्रतिस्पर्धात्मक बना दिया। सुहास ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में प्राप्त की और फिर सूरतकल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए गए।
उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कर्नाटक (NITK) से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में सफलता प्राप्त की। सुहास की यह यात्रा छोटे गांव से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक सफलता की कहानी को दर्शाती है, जो उनकी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता को स्पष्ट रूप से उजागर करती है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सुहास यथिराज की इस उपलब्धि को सराहा और सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई दी। पीएम मोदी ने लिखा, “एक शानदार उपलब्धि! सुहास यथिराज ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में मेंस सिंगल्स एसएल4 बैडमिंटन इवेंट में प्रतिष्ठित सिल्वर मेडल जीता। उनकी सफलता पर भारत खुश है और हमें उनकी दृढ़ता और खेल के प्रति प्रतिबद्धता पर गर्व है।”
सुहास यथिराज की कहानी वास्तव में एक प्रेरणा का प्रतीक है, जो यह दर्शाती है कि कठिनाइयों के बावजूद मेहनत और समर्पण से कैसे ऊँचाइयाँ प्राप्त की जा सकती हैं। उनकी इस अद्वितीय सफलता ने उन्हें देशभर के युवाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बना दिया है।
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