WORLD POST DAY: पूरे देश में हर साल की तरह इस साल भी 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस मनाया जा रहा है। विश्व डाक दिवस को पहली बार मनाए जाने की घोषणा वर्ष 1969 में जापान के टोकियो और यूपीए कांग्रेस के दौरान किया गया था। इसी के बाद हर साल विश्व में 9 अक्टूबर को पोस्ट दिवस मनाया जानें लगा है। चलिए जानते है इस बार की थीम के बारें में।
Read more: भूस्खलन की चपेट में आई कार, हुआ दर्दनाक हादसा
विश्व डाक दिवस
WORLD POST DAY मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को डाक के द्वारा किए गए कार्यों व डाक की भूमिका को बताने के लिए मनाया जाता है, क्योंकि आज के समय में DIGITAL प्लेटफार्म होने के कारण डाक सेवा बहुत हद तक कम हो गई हैं। आपके जानकारी के लिए बता दें कि पहले समय के लोग अपने बातों को दूसरे तक पहुचांने के लिए पत्र लिखते थे। साथ ही उसे डाक के द्वारा पोस्ट कराते थे। क्यों कि उस समय डाक का सबसे अहम रोल होता था। लेकिन आज के समय में यह सब ना के बराबर हो चुका है। वहीं इस खास मौके के दौरान दफ्तर इत्यादि जगहों पर सेलिब्रट किया जाता हैं।
मुख्य विषय
इस साल के विश्व डाक दिवस का मुख्य विषय डिजिटल इकोनॉमी के लक्ष्यों को पूरा करने में डाक घरों की भूमिका को उजागर कराने से है। वहीं यूएन द्वारा साझा की गई आधिकारिक जानकारी के द्वारा वैश्विक स्तर पर डिजिटल एकल डाक क्षेत्र को विकसित करने के लिए सभी देशों और उनकी डाक सेवाओं को आगे लाना चाहिए। मगर ऐसे में आज भी पूरे देशों में लगभग 50 लाख से अधिक कर्मचारी ऐसे है जो लोगों के संदेशों, गिफ्ट, दवाओं, घन व अन्य व्यक्तगित व जरूरी वस्तुओं की पहुंचाने के काम में लगे हुए हैं। जो देश- विदेश के लिए गर्व की बात हैं।
जानें उद्देश्य
विश्व डाक दिवस के रूप में लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त कराए जाते हैं। साथ ही इस दिन को मनाने का उद्देश्य डाकिए द्वारा किए गए कार्यों को सराहना देना है, और दूसरा मु्ख्य उद्देश्य लोगों को डाक सेवा की भूमिका के बारे में जानकारी देना साथ ही उन्हों हर प्रकार से जागरूक करने से हैं।
Read more: पति बना हैवान, पत्नी की पीट-पीटकर की हत्या
थीम
संयुक्त राष्ट द्वारा हर वर्ष विश्व डाक दिवस के लिए एक मुख्य थीम की घोषणा की जाती है। वहीं इस बार 2023 का थीम‘Together for trust: Collaborating for a safe and connected future’ घोषित किया है।