Digital: Priti
Police Commemoration Day 2023: भारत मे हर साल 21 अक्टूबर को देश की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाने वाले 10 CRPF जवानें की शहादत को याद करने के लिए पुलिस स्म़ति दिवस मनाया जाता है। इसके पिछे का रहस्य यह हैं कि एक बार 1959 मे चीनी सैनिकों के हमले के दौरान भारत के मारे गए 10 बहादुर जवानों के बलिदान और श्रद्धांजलि को याद करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। साथ ही यह दिन पुलिस अधिकारियों के समर्पण और कड़ी मेहनत को भी दर्शाता है।
जानें क्या है इतिहास…
20 अक्टूबर, 1959 को उत्तर पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स से तीन नाम के स्थान पर पुलिसकर्मियों तीन बटालियनों सीमा सुरक्षा की बागडोर दी गई थी। गश्त के लिए निकली पुलिस की दो बटालियन उस दिन दोपहर तक हॉट स्प्रिंग्स में लौट आए जबकि तीसरे दल में शामिल दो पुलिस कॉन्स्टेबल और एक पोर्टर वापस नहीं आए। सभी लापता कर्मियों की तलाश में अगली सुबह एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया जिसका नेतृत्व डीएसपी/डीसीआईओ करम सिंह कर रहे थे। लगभग दोपहर के समय, चीनी सेना के कुछ जवानों को एक पहाड़ी पर देखा गया, जिन्होंने करम सिंह के नेतृत्व वाली पार्टी पर गोलियां चला दी और हथगोले फेंके कोई कवर न होने की वजह से भारत के दस बहादुर पुलिस के जवान शहीद हो गए और सात घायल हो गए।
REAG MORE: रैपिड रेल सफर की हुई शुरुआत, जानें किन लोगों को मिलेगी इस रेल की सुविधा..
घायल सात पुलिस जवानों को मौके पर चीनी सैनिकों ने बंदी बना लिया घटना के पूरे तीन सप्ताह बाद, 13 नवंबर, 1959 को चीनियों ने दस कर्मियों के शव लौटाए। शहीदों के शवों का हॉट स्प्रिंग्स में पूरे पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जनवरी 1960 में आयोजित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिरीक्षकों के वार्षिक सम्मेलन ने निर्णय लिया कि अब से 21 अक्टूबर को “स्मृति दिवस” या शहीद दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
नई दिल्ली में होती है परेड…
भारत के विभिन्न हिस्सों में पुलिस बलों के सदस्य उन वीर शहीदों को याद औऱ श्रद्धांजलि देने के लिए हॉट स्प्रिंग्स की यात्रा करते है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस दिन को पुलिस दिवस के रुप में भी मनाया जाता है। वहीं हर साल दिल्ली के नेशमल पुलिस मेमोरियल में हर साल इस दिन को परेड कराई जाती है। जिसकी शुरुवात 2012 से हुई थी।
राष्ट्रीय पुलिस स्मारक दीवार…
आपको बता दें कि नई दिल्ली मे अनगिनत पुलिसकर्मिरयों जो देश की सेवा के लिए अपनी जान की आहुती दी है उनको याद करने के लिए नई दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक ‘The Wall of Valour’ बनाया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नई दिल्ली में 40 फिट ग्रेनाइड की लम्बी दीवार पर 35000 से भी ज्यादा शहीद पुलिसकर्मियों के नाम के साथ खड़ी है।