Bulandshahr Loksabha Seat: देश के सबसे बड़े सियासी अखाड़े में चुनावी शोर है. कहते हैं जिस दल ने यूपी में अपनी जगह बना ली है. उसके लिए दिल्ली जीतने की राह बहुत ही आसान हो जाती है. ऐसे में सभी दलों की नजरें इसी यूपी पर टिकी हैं.जहां की 80 लोकसभा सीटें सभी दलों की आंख का तारा बनी हुई हैं.जनवरी में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले लोकसभा सीट बुलंदशहर का रुख किया. पश्चिम की ये वो लोकसभा सीट है, जहां से भेजा गया मैसेज दिल्ली तक पहुंचता है. पीएम मोदी ने इसी बुलंदशहर से अपनी चुनावी यात्रा की शुरूआत की थी.हालांकि, वो साल दूसरा था और ये साल दूसरा है. तब 2014 में पीएम मोदी ने बुलंदशहर से चुनावी बिगुल फूंका था और नतीजा ये पश्चिमी यूपी की सभी 14 लोकसभा सीटों पर भगवा फहराया था.
read more: Bengal में ममता का खेला,42 सीटों पर उम्मीदवारों का किया ऐलान,पूर्व खिलाड़ी को चुनावी मैदान में उतारा
2014 में दिखे करिश्माई नतीजे
2014 का पूरा चुनाव मोदी बनाम अन्य था. बीजेपी सभी राज्यों में सिर्फ और सिर्फ मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही थी. मोदी की छवि को चमकाने के लिए काफी पहले से गुजरात मॉडल का जिक्र किया गया था.दावा किया गया कि मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए वहां काफी विकास किया है. इसी छवि से जुड़ते नारे ‘अबकी बार मोदी सरकार’.. ‘अच्छे दिन आएंगे’ चुनावी शोर में गूंजते पाए गए. तब यूपी में कुल 80 सीटों में से बीजेपी ने अकेले 71 सीटों पर जीत दर्ज की और उसके सहयोगी अपना दल ने भी 2 सीटों पर जीत हासिल की.. इनमें से पश्चिमी यूपी की सभी 14 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी.
साल 2019 में चुनाव बहुत ही दिलचस्प रहा
पीएम मोदी ने 9 जनवरी 2019 को उत्तर प्रदेश के आगरा से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत की थी। यूपी की राजनीति के लिहाज से 2019 का लोकसभा चुनाव बेहद अहम रहा था. इस चुनाव में पहली बार बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए प्रदेश की दो सबसे बड़े दल सपा-बसपा ने हाथ मिला लिया था. शायद ही किसी ने सोचा होगा कि मायावती और अखिलेश कभी एक साथ एक मंच पर आएंगे. लेकिन, यूपी में बीजेपी की ऐसी आंधी चली कि गठबंधन हवा हो गया. वही, कांग्रेस का तो बुरा हाल हो गया था. 2019 में बीजेपी के समीकरण के आगे विपक्षी दलों के सारे दांव पेच फेल हो गए थे। इस चुनाव में बीजेपी 62 सीटों पर पार्टी कमल खिलाने में कामयाब हुई थी.
क्या है इस सीट का जातीय समीकरण?
हालांकि, तब बीजेपी को वेस्ट यूपी की 14 सीटों में से 7 में हार का मुंह देखना पड़ा था. ऐसे में पीएम मोदी ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत वेस्ट यूपी से करते हुए ये मैसेज साफ दे दिया है कि वो ना केवल हारी हुई इन सीटों पर जीत करने के इरादे से आ रही है, बल्कि साथ ही पूरी की पूरी 80 सीटों पर भाजपाई नजर है. बुलंदशहर, पश्चिमी यूपी का वो जिला है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान रखने वाला कारोबार दिया है. राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति पाने वाले नेता दिए और दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के इलाकों को छोटी काशी के रूप में अनूपशहर भी दिया. करीब 34 लाख से ज्यादा की आबादी वाले इस जिले में 64 फीसदी आबादी हिंदू और 35 फीसदी मुस्लिम है.
Read More: भारत की ऐतिहासिक जीत पर BCCI मेहरबान अब टेस्ट मैच खलने वाले खिलाड़ी भी होंगे मालामाल