राजस्थान के कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से एक लापहवाही का मामला सामने आया है, बता दे कि अस्पताल में प्रबंधन की लापरवाही के बाद एक मरीज की मौत हो गई।
राजस्थान: कोटा के अस्पताल यहां होने वाले कारनामों के चलते हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। एक बार फिर कोटा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल से एक लापहवाही का मामला सामने आया है, यहां मेडिकल कॉलेज में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से एक मरीज की मौत हो गई। बता दे कि मरीज को ट्रीटमेंट के दौरान कार्डियो शॉक दिया जा रहा था, और इसके बाद उसके ऑक्सीजन मास्क में आग लग गई जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
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आंत में था छेद, ऑपरेशन के बाद बिगड़ी तबीयत…
वैभव को आराम नहीं मिलने पर जब डॉक्टरों ने उसके पेट का सोनोग्राफी टेस्ट कराया तो पता चला कि उसकी आंतों में छेद है। जिस कारण उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया। रविवार यानि 10 जुलाई को उसका ऑपरेशन किया गया और जिसके बाद उसे जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। बुधवार दोपहर अचानक वैभव की तबीयत बिगड़ने लगी। परिजनों ने नर्स को बुलाया, मरीज की हालत देख डॉक्टरों ने उसे वापस आईसीयू में शिफ्ट कर दिया।
मरीज को दिए जा रहे थे इलेक्ट्रिक शॉक…
बता दे कि घटना बुधवार रात करीब 10 बजे की है। परिवार ने कहा कि वैभव की हालत दोपहर 3 बजे के आसपास बिगड़ने लगी और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया। रात करीब 10 बजे उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया लेकिन जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें डीसी कार्डियोवर्जन शॉक दिया गया।
वैभव के भाई गौरव ने दावा किया कि इलाज के दौरान इलेक्ट्रिक शॉक देने के बाद उनके भाई की हालत ठीक थी और जब ऑक्सीजन मास्क में अचानक आग लग गई तो मेडिकल स्टाफ अपने कमरे में भाग खड़ा हुआ। गौरव ने आरोप लगाया कि मेडिकल स्टाफ भाग गया और उसे आग बुझानी पड़ी जिसके कारण वह झुलस गया। गौरव ने कहा, इस बीच, मास्क चेहरे पर चिपक जाने के कारण वैभव का पूरा चेहरा और गर्दन जल गई।
परिवार ने किया हंगामा…
वैभव की मौत के बाद परिवार ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से भी इनकार कर दिया। साथ ही दोषी स्टाफ पर कार्रवाई की मांग के साथ ही मुआवजे की मांग को लेकर नारेबाजी की, इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल अस्पताल में तैनात किया गया।