Health: हर दिन किसी न किसी को कोई न कोई बिमारी होती है, ठीक उसी तरह छोटे बच्चों को अक्सर कुछ न कुछ समस्या होती रहती है। शिशुओं की त्वचा में रैशेज (चकत्ते) की समस्या होना बेहद आम है। बता दे कि ये रैशेज बदलते मौसम के चलते होती है, त्वचा की समस्या आमतौर पर वायरल संक्रमण की वजह से होती है। इसलिए आज हम आपको बताएगें कि बच्चों को वायरल रैशेज क्यों होते हैं और इस समस्या का बचाव कैसे किया जा सकता है।
त्वचा में रैशेज (चकत्ते) क्या होते है-
आजकल त्वचा से जुड़ी समस्याएं आम होती जा रही है। इसके लिए हमारा खान-पान और पर्यावरण प्रदूषण जिम्मेदार हो सकता है। इसके अलावा, कई लोगों की त्वचा अधिक नाजुक होती है, जिस कारण उन्हें स्किन समस्या हो सकती है। त्वचा से जुड़ी ऐसी ही एक समस्या चकत्ते की है। चकत्ते के उपचार में घरेलू उपाय की मदद ली जा सकती है, लेकिन इसके बेहतर इलाज के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट को भी अपनाया जा सकता है।
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जानें वायरल रैशेज के लक्षण –
- बच्चे के शरीर में दाने होना
- बुखार के साथ बच्चे के शरीर में रैशेज होना
- चिड़चिड़ापन
- भूख कम लगना
- सर्दी जुकाम के बाद बच्चे के शरीर में रैशेज
जानें बचाव कैसे करें –
- बच्चे को पर्याप्त पानी पिलाएं
- मां का दूध बच्चे को पर्याप्त पोषण प्रदान करता है।
- मां के दूध से बच्चे को डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती है।
- मां का दूध बच्चे को वायरल इंफेक्शन से बचाने में भी सहायक होता है।
बुखार के लिए मेडिसिन
बच्चे का बुखार कम करने के लिए डॉक्टर कुछ दवाएं देते हैं। इन दवाओं से आप बच्चे के बुखार को कम कर सकते हैं। ऐसे में बुखार की वजह से होने वाले रैशेज कम हो जाते हैं।
त्वचा की देखभाल
- बच्चे के रैशेज को दूर करने के लिए आप उसकी त्वचा को साफ और सूखा रखें।
- त्वचा पर गंदगी की वजह से स्किन पर रैशेज हो सकते हैं।
- बच्चे की स्किन की समस्या को दूर करने के लिए घरेलू उपायों को भी अपना सकते हैं।