गोंडा संवाददाता- मुजीब आलम
GONDA: सेवा, सुरक्षा, न्याय, और निष्पक्षता की शपथ लेकर ड्यूटी को अंजाम देने वाली पुलिस पर न्याय और निष्पक्षता की हत्या के आरोपों ने समाज मे लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। कुछ ऐसा ही मामला गोंडा जिले से सामने आया है जहां मनमानी और एक तरफा कार्यवाही ने पुलिस की न्याय, और निष्पक्षता पर अनेकों सवाल खड़ा कर दिए हैं जिससे नगर वासियों के नगर कोतवाली पुलिस से विश्वास उठ गया है।
मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत जीजीआईसी स्कूल के पास का है जहां आफाक अहमद ने अपनी तीन दुकानों को मल्होत्रा नामक व्यक्ति को किराए पर दिया था। जिसके कुछ साल बाद दुकान मालिक ने किराये दार को दुकान खाली करने के लिए कहा, लेकिन किरायेदार ने दुकान खाली करने से मना कर दिया। जिस पर कोर्ट ने किराए दार मल्होत्रा को 30 दिन के अंदर दुकान खाली करने के आदेश दिए। दुकानदार के अनुसार मल्होत्रा ने कुछ लाख रुपये लेकर दुकान को खाली कर दिया, लेकिन कुछ दिन बाद और रुपयों की डिमांड करने लगा। और न देने पर दुकान वापस ले लेने की धमकी देने लगा ,लेकिन दुकान मालिक ने रुपये देने से मना कर दिया।
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दबंगों ने बोला धावा
जिसके बाद मल्होत्रा ने अपने साथियों के साथ दुकान पर धावा बोल दिया और दुकान का ताला तोड़ने लगे जब दुकान ने मालिक ने इसका विरोध किया तो उसकी पिटाई कर दी। और घर से असलहे मंगवा कर जान लेवा हमला करने की कोशिश की। दबंगों की दबंगई और गुंडागर्दी सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गयी। घटना कारित करने के बाद मल्होत्रा ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि हमारी दुकान का ताला तोड़कर अपना ताला लगा लिया और हमारे साथ मार पीट की।
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दोनो पक्षों पर दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़ित आफाक ने भी इसकी शिकायत नगर कोतवाली पुलिस से की तो पुलिस ने दो पक्षों की ओर से मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन पीड़ित पक्ष आफाक ने आरोप लगाया कि कोतवाली पुलिस ने एकतरफा कार्यवाही करते हुए विवेचना में उन पर डकैती जैसी अनेकों गंभीर धाराएँ दर्ज कर दी। और बयान लेने के बहाने 2 गवाह सहित वादी मुकदमा को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सीसीटीव फुटेज में मल्होत्रा सहित उनके साथियों द्वारा डकैती करने के लिए ताला तोड़ा जा रहा है और जान से मारने की नीयत से मौके पर असलहा लाया गया। जो की तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है। इसके बावजूद उन पर कार्यवाही करने के बजाए पुलिस ने हमारे ऊपर फर्जी कार्यवाही की है ।