Kasganj News: उत्तर प्रदेश के कासगंज (Kasganj) जिले में शनिवार को देशी बम धमाकों से क्षेत्र में दहशत फैल गई। धमाके इतने जोरदार थे कि आसपास के इलाकों में भगदड़ मच गई। हादसे में आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से चार की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। इस हादसे के बाद जिलाधिकारी मेधा रूपम और पुलिस अधीक्षक (एसपी) अपर्णा रजत कौशिक ने घटनास्थल का दौरा कर जानकारी ली।
आतिशबाजी निर्माण के दौरान हादसा, अचानक लगी आग
यह हादसा कासगंज के पटियाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला सराय में हुआ। यहां के निवासी मेहंदी हसन आतिशबाजी बनाने का काम करते हैं। शनिवार की शाम करीब साढ़े चार बजे उनकी पटाखों की दुकान के पीछे स्थित खाली जमीन पर मजदूर आतिशबाजी बना रहे थे। अचानक अज्ञात कारणों से वहां आग लग गई, जिससे बम और पटाखों में धमाके होने लगे।
धमाके से घायल आठ लोग, चार की हालत गंभीर
धमाकों में घायल आठ लोगों में से चार की हालत बेहद नाजुक है। संत सिंह (50), धनपाल (35), मनोज (50), और गोपीनाथ (20) गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। वहीं, चार अन्य घायल अवनीश (23), विपिन (22), आसिफ (25) और एक अन्य मामूली रूप से घायल हुए हैं। धमाकों की गूंज से पूरा गांव हिल गया और लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
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ग्रामीणों ने बुझाई आग, पुलिस और दमकल ने किया रेस्क्यू
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया और पुलिस को सूचित किया। कुछ ही देर में पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंच गए और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस ने घायल लोगों को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया।
अधिकारियों ने किया घटनास्थल का निरीक्षण, मांगी रिपोर्ट
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी मेधा रूपम, एसपी अपर्णा रजत कौशिक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव अग्रवाल देर शाम घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। डीएम ने एसडीएम पटियाली कुलदीप सिंह से इस हादसे की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
घायल 200 मीटर तक भागते रहे
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाकों की आवाज सुनकर जब वे मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने कई घायलों को भागते हुए देखा। घायलों के शरीर से खून बह रहा था, और वे करीब 200 मीटर तक भागते रहे। खेतों में खून के धब्बे भी दिखाई दिए। संत सिंह, जो गंभीर घायलों में शामिल हैं, शाम के समय खेत से घर लौट रहे थे। जैसे ही वे आतिशबाजी निर्माण स्थल से गुजरे, अचानक धमाके शुरू हो गए। एक बम उनके पैरों के पास आकर गिरा और फट गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
मेहंदी हसन, जो आतिशबाजी बनाने का काम करते हैं, पहले बस्ती के भीतर काम करते थे, लेकिन कुछ साल पहले उन्हें बस्ती से बाहर दुकान लगाने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद वे बाहर ही आतिशबाजी बना रहे थे। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। इस हादसे ने क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है, और प्रशासन इसे लेकर सख्त कदम उठाने की तैयारी में है।