J&K Assembly Elections: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियों के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के हालिया बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। अफजल गुरु की फांसी पर उमर अब्दुल्ला द्वारा दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा ने उमर अब्दुल्ला के इस बयान को लेकर कांग्रेस और नेकां पर तीखा हमला बोलते हुए उनकी विचारधारा पर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने इसे “देश विरोधी मानसिकता का पर्दाफाश” करार दिया।
भाजपा का कांग्रेस पर तीखा प्रहार
शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने उमर अब्दुल्ला के बयान को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के भारत गठबंधन के प्रमुख सहयोगी, उनके पुराने पारिवारिक मित्र और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान साफ तौर पर उनकी नापाक और देशविरोधी सोच का प्रमाण है।” त्रिवेदी ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु की फांसी जरूरी नहीं थी, तो क्या कांग्रेस यह मानती है कि उसके शासनकाल में जांच एजेंसियों और सुप्रीम कोर्ट का फैसला गलत था?”
धारा 370 को लेकर भी निशाने पर कांग्रेस
सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि यह वही कांग्रेस है जिसने अपने घोषणापत्र में धारा 370 की बहाली की बात की है। त्रिवेदी ने फारूक अब्दुल्ला के बयान को याद करते हुए कहा, “इसी पार्टी के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने अक्टूबर 2020 में कहा था कि वे चीन की मदद से धारा 370 को बहाल करेंगे।” भाजपा ने इस बयान के जरिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा ने राहुल गांधी पर भी हमला बोला। त्रिवेदी ने कहा, “राहुल गांधी उन लोगों के साथ खड़े होते हैं जो ‘अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं’ के नारे लगाते हैं। कांग्रेस अपनी असली मंशा छिपाने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम इसे उजागर करेंगे।”
क्या था उमर अब्दुल्ला का बयान?
गौरतलब है कि उमर अब्दुल्ला ने एक चुनावी जनसभा में अफजल गुरु की फांसी को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था, “अफजल गुरु की फांसी में जम्मू-कश्मीर सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। अगर हमारी सरकार से मंजूरी की जरूरत होती, तो हम उसे मंजूरी नहीं देते।” उन्होंने यह भी कहा कि अफजल गुरु की फांसी से कोई उद्देश्य पूरा नहीं हुआ। उमर अब्दुल्ला के इस बयान को लेकर भाजपा ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर हमला तेज कर दिया है। भाजपा इसे देशविरोधी मानसिकता का उदाहरण बता रही है और इसे चुनावी मुद्दा बनाकर पेश कर रही है। इस बयान ने जम्मू-कश्मीर की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। भाजपा जहां कांग्रेस और नेकां के गठबंधन पर सवाल उठा रही है, वहीं विपक्षी दल इस मुद्दे पर सफाई देने में जुटे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में यह विवाद भाजपा के लिए बड़ा हथियार बन सकता है।