Jharkhand CM Oath Ceremony: झारखंड (Jharkhand) के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन आज शपथ लेंगे. यह समारोह रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आयोजित किया गया, जहां राज्यपाल संतोष गंगवार (Santosh Gangwar) ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे. इस मौके पर राज्य और केंद्र सरकार के विभिन्न नेताओं की मौजूदगी रहेगी. हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी समारोह में मौजूद रहेंगी. शपथ ग्रहण समारोह में 10 पार्टियों के 18 नेताओं के शामिल होने की संभावना है.
हेमंत सोरेन की सामाजिक न्याय और एकता के प्रति प्रतिबद्धता
हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने शपथ ग्रहण से पहले सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के जरिए जनता का आभार व्यक्त किया. उन्होंने झारखंड के सामाजिक न्याय, एकता और संघर्ष के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने लिखा, “आज का दिन ऐतिहासिक है. यह दिन हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे और न्याय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा. झारखंड की महान धरा ने हमेशा संघर्षों को जन्म दिया है और हम उसी विरासत से आगे बढ़ रहे हैं.”
हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने यह भी कहा कि यह दिन केवल राजनीतिक जीत का नहीं है, बल्कि यह सामाजिक न्याय और एकता के लिए लगातार जारी संघर्ष का प्रतीक है. उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है और उनके अधिकारों, समानता और एकता की आवाज हमेशा गूंजती रहेगी. उनका यह संदेश झारखंडियत के प्रति एक मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जहां किसी भी दबाव के बावजूद समाज एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करता रहेगा.
हेमंत सोरेन के कार्यकाल का चौथा अध्याय
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, हेमंत सोरेन (Hemant Soren) का यह चौथा कार्यकाल है, और उन्होंने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की. विधानसभा चुनाव में झामुमो- कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 81 में से 56 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 24 सीटें मिली. हेमंत सोरेन ने अपने मुख्य प्रतिद्वंदी, भाजपा के गमलियाल हेम्ब्रोम को 39,000 से अधिक वोटों से हराया, जो उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ को साबित करता है.
मंत्रिमंडल विस्तार और गठबंधन की भविष्यवाणी
बता दे कि विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में किया जाएगा. वहीं, माले ने अब तक सरकार में शामिल होने का निर्णय नहीं लिया है, और इसके लिए 29 नवंबर को बैठक बुलाई गई है. हेमंत सोरेन की दिल्ली यात्रा के दौरान कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की खबरें भी सामने आई थी, जिसमें उन्होंने कांग्रेस कोटे के मंत्रियों और विभागों पर चर्चा की. इसके बाद यह तय हुआ कि हेमंत सोरेन अकेले सीएम पद की शपथ लेंगे और मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में होगा.
झारखंड की नई सरकार के सामने चुनौती और विकास की राह
झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित हुए थे, जिसमें झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया. अब, झारखंड की सरकार को राज्य के समग्र विकास के लिए काम करना है, खासकर सामाजिक न्याय और विकास के मोर्चे पर.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड की नई दिशा
हेमंत सोरेन (Hemant Soren) का यह शपथ ग्रहण समारोह उनके राजनीतिक करियर का महत्वपूर्ण मोड़ है, जहां उन्होंने राज्य की सामाजिक न्याय की लड़ाई और एकता के प्रतीक के रूप में अपनी छवि को और मजबूत किया है. अब उनका लक्ष्य राज्य के हर नागरिक को न्याय, समानता और समृद्धि देने के साथ-साथ, झारखंड की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाना है.
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