Jharkhand News: राज्य में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। इन तैयारियों के बीच गठबंधन के साथी दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान की स्थिति पैदा हो गई है। इस खींचतान में पक्ष और विपक्ष दोनों ही शामिल हैं, जहां सीटों के लिए संघर्ष शुरू हो चुका है।
Read more: खालिस्तानी साजिश का होगा पर्दाफाश… स्वतंत्रता दिवस पर Delhi में सुरक्षा चाक-चौबंद, अलर्ट जारी
प्रारंभिक दौर में मतभिन्नता
आइएनडीआइए गठबंधन की बात करें तो झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस दोनों ही अधिकतम सीटें हासिल करने की कोशिश में हैं। दोनों दलों के नेता सभी सीटों पर चुनावी तैयारियों की अपील कार्यकर्ताओं से कर रहे हैं। वहीं, राज्य में विधानसभा चुनाव की तारीख की आधिकारिक घोषणा जल्द ही निर्वाचन आयोग द्वारा की जा सकती है। इन तैयारियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर मतभिन्नता साफ दिखाई दे रही है।
Read more: Maharashtra चुनाव से पहले NCP में हलचल; अजित पवार को बड़ा झटका, चार बड़े नेता शरद पवार के खेमे में
कांग्रेस की दावेदारी और झामुमो की रणनीति
कांग्रेस का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव से अब तक की बदलती राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए कम से कम 33 सीटों पर उनकी दावेदारी बनती है। दूसरी ओर, झामुमो ने उन क्षेत्रों में भी तैयारी शुरू कर दी है, जहां आम तौर पर गठबंधन के अन्य दलों की दावेदारी होती है। पिछले विधानसभा चुनाव में झामुमो ने 41 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए थे। हालांकि, सीट शेयरिंग का अंतिम निर्णय उच्च स्तर पर होना है, लेकिन अभी दूसरी कतार के नेताओं के जरिए दावेदारी की चर्चा चल रही है।
Read more: पश्चिम बंगाल की नहर में मिला 9 दिन से लापता Sikkim के पूर्व मंत्री आरसी पौड्याल का शव
राजद की भी दावेदारी
आइएनडीआइए में शामिल बड़े दल झामुमो और कांग्रेस के अलावा लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाले राजद ने भी अपनी मजबूत दावेदारी की है। राजद के दावों से यह साफ हो गया है कि सीटों के तालमेल की गुत्थी आसानी से सुलझने वाली नहीं है। ऐसे में गठबंधन के दलों के बीच खींचतान और बढ़ने की संभावना है।
Read more: खालिस्तानी साजिश का होगा पर्दाफाश… स्वतंत्रता दिवस पर Delhi में सुरक्षा चाक-चौबंद, अलर्ट जारी
राजग में भी तनाव
सत्तारूढ़ गठबंधन, भाजपानीत राजग में भी सीटों के चयन को लेकर तनाव की स्थिति है। कई ऐसी सीटें हैं, जहां भाजपा और आजसू पार्टी दोनों की दावेदारी है। उदाहरण के तौर पर, ईचागढ़ सीट पर दोनों दलों की नजर है। आजसू पार्टी भी अधिक से अधिक सीटों पर दावेदारी करेगी। उल्लेखनीय है कि 2019 के विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा नहीं हो पाने के कारण भाजपा और आजसू पार्टी के बीच तालमेल नहीं हो पाया था।
Read more: Kedarnath Dham से 228 किलो सोना गायब…शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का गंभीर आरोप
गठबंधन में बढ़ती तकरार
सीटों के बंटवारे को लेकर बढ़ती तकरार के बीच यह साफ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन दलों के बीच सीटों के तालमेल को लेकर मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। सभी दल अपनी-अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में हैं, जिससे सीटों के बंटवारे में और अधिक खींचतान की संभावना है।
झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर बढ़ती खींचतान स्पष्ट संकेत देती है कि यह चुनावी संघर्ष कितना कठिन और महत्वपूर्ण होने वाला है। सभी दलों के नेताओं को मिलकर एक संतुलित समाधान निकालना होगा ताकि चुनावी तैयारियां सही दिशा में आगे बढ़ सकें और अंततः जनता के हित में फैसले लिए जा सकें।