Jason Behrendorff Retires: ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेसन बेहरेनडॉर्फ ने बुधवार को अपने क्रिकेट करियर के एक महत्वपूर्ण अध्याय को समाप्त करते हुए संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने अपने 16 साल के वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंधों को समाप्त करने का ऐलान किया। हालांकि, संन्यास के बावजूद, वह देश और विदेश में टी-20 क्रिकेट खेलते रहेंगे, जिसमें उन्होंने कई उल्लेखनीय सफलताएं हासिल की हैं।
टी-20 क्रिकेट में बने रहेंगे सक्रिय

बेहरेनडॉर्फ ने बिग बैश लीग (BBL) के बाद पर्थ स्कॉर्चर्स से मेलबर्न रेनेगेड्स में ट्रांसफर लिया था और उनके साथ तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट भी हुआ था। वह आगामी मैचों में विदेशी और घरेलू टी-20 लीग्स में भाग लेंगे। इसके अलावा, 35 साल की उम्र में भी वह राष्ट्रीय टीम के चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने अब तक 17 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें उनका आखिरी मुकाबला वेस्टइंडीज के खिलाफ पर्थ में एक साल पहले हुआ था।
राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हुए पूरा किया बचपन का सपना
बेहरेनडॉर्फ ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, “यह एक रोमांचक चैप्टर का अंत है। मुझे स्टेट क्रिकेट खेलने का सपना पूरा करने का मौका मिला, साथ ही मैं राष्ट्रीय टीम का हिस्सा भी बन सका। वाका मैदान अब मेरे लिए एक घर जैसा बन चुका है।” उनका यह बयान उनके समर्पण और क्रिकेट के प्रति प्रेम को दर्शाता है, जिसमें उन्होंने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलिया के लिए कई वर्षों तक शानदार प्रदर्शन किया।
चोटों से जूझते हुए किया शानदार प्रदर्शन

कैनबरा में पले-बढ़े बेहरेनडॉर्फ ने 19 साल की उम्र में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया से जुड़कर अपनी क्रिकेट यात्रा शुरू की। उन्होंने जल्द ही टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज के रूप में खुद को स्थापित किया। बेहरेनडॉर्फ ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पांच वनडे कप खिताब जीते और कुल मिलाकर 75 विकेट चटकाए। वह वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल गेंदबाजों में पांचवें स्थान पर रहे। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 31 मैचों में 126 विकेट भी हासिल किए।
सीमित अवसरों पर मिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका
बेहरेनडॉर्फ को अपनी क्रिकेट यात्रा के दौरान पीठ की गंभीर चोटों का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें 2017-18 सीजन के बाद रेड बॉल क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा। हालांकि, इससे पहले उन्हें मिचेल जॉनसन का रिप्लेसमेंट माना जाता था। उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सीमित मौके ही मिले, लेकिन उन्होंने जितने भी अवसर पाए, उसमें शानदार प्रदर्शन किया।

जेसन बेहरेनडॉर्फ का क्रिकेट करियर एक प्रेरणा है, जिसमें उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष के साथ खुद को साबित किया। उनका टी-20 क्रिकेट में सक्रिय रहना दर्शाता है कि क्रिकेट के प्रति उनका प्यार अभी भी कायम है।