Jammu&Kashmir: जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले के वाटरहेल क्षेत्र में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवानों से भरी बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई, जिससे चार जवानों की मौके पर ही मौत हो गई और 32 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। जैसे ही हादसे की सूचना मिली, सुरक्षाबलों और स्थानीय पुलिस ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
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बस में 36 जवान थे सवार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बडगाम में बीएसएफ जवानों का काफिला पांच बसों में सफर कर रहा था। काफिला जैसे ही वाटरहेल क्षेत्र के ब्रेल पहुंचा, काफिले की आखिरी बस अचानक अनियंत्रित होकर करीब 40 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस बस में कुल 36 जवान सवार थे, जिनमें से चार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 32 जवान घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों के साथ-साथ बचाव दल भी घटनास्थल पर पहुंचा और पुलिस तथा सुरक्षाबलों ने मिलकर घायलों को बस से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
हादसे के बाद मचा हड़कंप
जवानों से भरी बस के खाई में गिरने की सूचना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। घायलों को जल्दी से जल्दी अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई, जहां डॉक्टरों की टीम ने तुरंत इलाज शुरू कर दिया। इस हादसे से जवानों के परिवारों में भी चिंता की लहर दौड़ गई है।
लगातार हो रहे हादसे
यह कोई पहली घटना नहीं है जब सुरक्षाबलों का वाहन इस तरह खाई में गिरा हो। तीन दिन पहले ही (17 सितंबर, 2024) राजौरी क्षेत्र में भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था, जब सुरक्षाबलों का वाहन असंतुलित होकर खाई में गिर गया था, जिसमें छह कमांडो घायल हो गए थे। इसके बाद कठुआ में भी सीआरपीएफ का वाहन खाई में गिर गया था, जिसमें चार जवान घायल हुए थे।
पिछले कुछ महीनों में सुरक्षाबलों के वाहनों से जुड़े ऐसे कई हादसे सामने आए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में जवान घायल या हताहत हुए हैं। ये हादसे सड़क सुरक्षा और वाहन रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि वाहन का तकनीकी फेलियर या सड़क की खराब हालत इन दुर्घटनाओं का मुख्य कारण हो सकता है, लेकिन इन घटनाओं की पुनरावृत्ति से सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की जरूरत है।
पहले भी हो चुके हैं बड़े हादसे
इससे पहले भी जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा बलों के वाहनों के साथ ऐसे बड़े हादसे हो चुके हैं। कठुआ में भारतीय जनता पार्टी की एक रैली के दौरान, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के सुरक्षा कवर में जा रहे सीआरपीएफ जवानों का वाहन खाई में गिर गया था, जिसमें चार जवान घायल हो गए थे। इस हादसे की वजह वाहन के पहिए का फटना बताया गया था। इसी तरह, पुंछ में एक जवान की मौत तब हो गई थी, जब वह ड्यूटी पर जाते वक्त मोटरसाइकिल से खाई में गिर गया था। जवानों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और इन हादसों से सबक लेते हुए बेहतर योजना और सख्त प्रोटोकॉल की आवश्यकता है, ताकि हमारे देश के रक्षक सुरक्षित रहें और अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।