Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के बडगाम (Major accident in Budgam) जिले के खैगाम इलाके में गुरुवार को सीआरपीएफ (CRPF) की गाड़ी के सड़क से फिसलने की खबर सामने आई है। इस दुर्घटना में 15 जवान घायल हो गए हैं। सभी घायल जवानों को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे में घायल जवान सीआरपीएफ की 181-एफ कंपनी के हैं।
कई बार हो चुके हैं ऐसे हादसे
यह कोई पहली बार नहीं हुआ है जब सुरक्षा बलों के वाहन इस तरह के हादसे का शिकार हुए हैं। बीते कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर में कई ऐसी दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें सुरक्षा बलों के जवानों की जानें गई हैं और कई जवान घायल हुए हैं। सितम्बर माह में भी बडगाम जिले में एक बड़ा हादसा हुआ था, जब बीएसएफ जवानों को लेकर जा रही एक बस खाई में गिर गई थी। इस हादसे में तीन जवान शहीद हो गए थे और दो दर्जन से ज्यादा जवान घायल हुए थे।
स्थानीय लोगों ने की मदद, पुलिस को दी सूचना
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और घायलों को प्राथमिक उपचार देने में मदद की। इसके बाद स्थानीय पुलिस को भी सूचना दी गई, जिन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। यहां सड़कों की स्थिति पहले से ही खराब मानी जाती है। अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ ट्रक फिसलकर खाई की ओर मुड़ गया, जिससे जवानों को गंभीर चोटें आईं।
पहले भी हो चुकी हैं बड़ी दुर्घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब सुरक्षा बलों के वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। पिछले साल अगस्त में अनंतनाग जिले के पहलगाम में एक बड़ा सड़क हादसा हुआ था, जब आईटीबीपी के जवानों को लेकर जा रही बस चंदनवाड़ी से पहलगाम की ओर जा रही थी। बस के ब्रेक फेल होने के कारण वह गहरी खाई में गिर गई। इस भीषण हादसे में आईटीबीपी के सात जवान शहीद हो गए थे, जबकि कई जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायलों को एयरलिफ्ट कर श्रीनगर आर्मी हॉस्पिटल भेजा गया था। इस हादसे में कुल 39 जवान सवार थे, जिनमें से 37 जवान आईटीबीपी के थे और 2 जवान जम्मू-कश्मीर पुलिस के थे। उस वक्त राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया था और घायल जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी।
पठानकोट में भी हुआ था हादसा
पिछले साल एक और बड़ा हादसा तब हुआ जब पठानकोट से मशेडी की ओर जा रही एक गाड़ी सुकराला देवी के गुरु आश्रम के पास 200 फीट गहरी खाई में गिर गई थी। इस हादसे में 6 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जम्मू-कश्मीर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षाबलों के वाहन दुर्घटनाएं अक्सर सामने आती रही हैं, जिनमें कई जवान अपनी जान गंवा चुके हैं।
सड़क दुर्घटनाओं से बढ़ती चुनौतियां
जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में अक्सर खराब सड़कों और खतरनाक मोड़ों के कारण सुरक्षा बलों के वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। इस तरह की सड़क दुर्घटनाएं सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं। हर बार इन हादसों के बाद सुरक्षा बलों की तत्परता और राहत कार्यों की तारीफ होती है, लेकिन दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ने के साथ-साथ यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या सड़कों की स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं? जवान ही सड़क हादसों से सुरक्षित नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही हादसे की जांच की जाएगी।