Jammu and Kashmir: भारतीय सेना के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में भारतीय सेना ने 35 वर्षीय एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया है। रविवार सुबह, यह घुसपैठिया सीमा पार से भारत में घुसने का प्रयास कर रहा था, जब सेना के जवानों ने उसे पकड़ लिया। सेना के अधिकारियों के अनुसार, घुसपैठिए से पूछताछ जारी है ताकि उसकी भारत में घुसने के मकसद का पता लगाया जा सके।
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बीएसएफ ने की त्वरित कार्रवाई
इससे पहले, भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आरएस पुरा में एक अन्य घुसपैठ की कोशिश को विफल किया था। हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी आई है, जिससे सुरक्षा बलों की सतर्कता बढ़ गई है।
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आतंकवादियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन तेज
जम्मू-कश्मीर में चुनावी तैयारियों के बीच आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि चिंताजनक है। हाल ही में किश्तवाड़ में दो जवानों की शहादत के बाद, भारतीय सेना ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाया। बारामूला में सेना की जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकियों को मार गिराया गया, जबकि कठुआ में भी सेना ने एक मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया।
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किश्तवाड़ में हुई थी मुठभेड़
किश्तवाड़ इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने चटरू इलाके में एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच तीव्र मुठभेड़ हुई, जिसमें चार जवान घायल हो गए। दुर्भाग्यवश, इनमें से दो जवान शहीद हो गए, जिसने सुरक्षा बलों की सतर्कता को और बढ़ा दिया।
चुनावी प्रक्रिया पर मंडरा रहा आतंकियों का खतरा
कश्मीर घाटी में चुनावी गतिविधियों के दौरान आतंकियों की बढ़ती सक्रियता एक गंभीर चिंता का विषय है। उनका मकसद स्पष्ट है—राज्य में अस्थिरता पैदा करना और चुनावी प्रक्रिया को बाधित करना। इस स्थिति को देखते हुए, भारतीय सेना और पुलिस का सक्रिय रहना अत्यंत आवश्यक है। आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को और तेज किया गया है। बारामूला, कठुआ और किश्तवाड़ जैसी घटनाएं यह संकेत देती हैं कि आतंकियों का खतरा अभी भी बना हुआ है। भारतीय सेना लगातार इन वारदातों को रोकने के लिए प्रयासरत है, और उनकी सक्रियता से क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति में सुधार हो रहा है।