Jammu and Kashmir Elections 2024: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में तीसरे और आखिरी चरण का मतदान अब सबकी नजरों में है। मंगलवार को होने वाले मतदान के साथ ही जम्मू-कश्मीर में चुनावी प्रक्रिया के अंतिम चरण का आगाज होगा। 40 अहम विधानसभा सीटों पर रविवार शाम को प्रचार थम गया और अब मतदाताओं के फैसले का इंतजार है। यह चरण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसी के परिणाम तय करेंगे कि किसकी सरकार बनेगी। भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों ने इन सीटों पर पूरा जोर लगा दिया है।
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7 जिलों की 40 सीटों पर होगा फैसला
तीसरे चरण में सात जिलों की 40 सीटों पर मतदान होना है। इनमें जम्मू संभाग के चार जिले – जम्मू, उधमपुर, सांबा और कठुआ शामिल हैं, जबकि कश्मीर संभाग से बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा की सीटें भी शामिल हैं। कुल 415 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला 39 लाख मतदाता करेंगे। इस चरण में 5060 पोलिंग बूथों पर मतदान होगा। कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद और पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता मुजफ्फर बेग जैसे प्रमुख उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं।
पहले दो चरणों में दिखा जबरदस्त जोश
इससे पहले, 18 और 25 सितंबर को पहले और दूसरे चरण के मतदान संपन्न हो चुके हैं, जहां मतदाताओं ने जबरदस्त उत्साह दिखाया। तीसरे चरण में भी भारी मतदान की उम्मीद की जा रही है। खासकर पाकिस्तान बॉर्डर के पास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
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भाजपा और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला
जम्मू संभाग की अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है, लेकिन जम्मू की कुछ सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस का खासा असर नहीं है। वहीं, कश्मीर घाटी की सीटों पर त्रिकोणीय या बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। लोकसभा चुनाव में बारामूला सीट से नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला को हराने वाले इंजीनियर राशिद भी इस बार कई सीटों पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, तीसरे चरण का मतदान दोनों राष्ट्रीय दलों – भाजपा और कांग्रेस के भविष्य के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।
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भाजपा और कांग्रेस का चुनावी दमखम
तीसरे चरण की सीटों पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के दिग्गज नेता प्रचार में जुटे रहे। जनसभाओं के जरिए भाजपा ने इन सीटों पर अपनी संभावनाओं को मजबूत करने का हरसंभव प्रयास किया है। वहीं, कांग्रेस ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी समेत अपने दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारा। खड़गे की एक जनसभा के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद भी कांग्रेस ने प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी। प्रियंका गांधी ने भी इस बार सिर्फ एक जनसभा की, और वह भी तीसरे चरण के लिए।
जम्मू-कश्मीर में चुनावी समीकरण
अब तक दो चरणों में जम्मू-कश्मीर की 50 सीटों पर मतदान हो चुका है। विधानसभा की कुल 114 सीटों में से 90 सीटों पर चुनाव हो रहा है, जबकि 24 सीटें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लिए रिक्त हैं। जम्मू संभाग के जिन चार जिलों में तीसरे चरण का मतदान होना है, वे हिंदू बहुल हैं। ऐसे में भाजपा को इन जिलों से काफी उम्मीदें हैं। 2014 के विधानसभा चुनावों में इन जिलों की 20 में से 18 सीटें भाजपा ने जीती थीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। इस बार कांग्रेस ने यहां भाजपा को कड़ी चुनौती देने की पूरी तैयारी की है। कश्मीर घाटी में, बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा की सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के अलावा इंजीनियर राशिद भी अपनी मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
क्या तीसरे चरण में पलटेगी बाजी?
तीसरे चरण में जम्मू संभाग की सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि कश्मीर की सीटों पर बहुकोणीय लड़ाई चल रही है। इस अहम चरण के परिणाम से ही यह साफ हो सकेगा कि जम्मू-कश्मीर की सत्ता की चाबी किसके हाथ में जाएगी। अब सबकी निगाहें मंगलवार के मतदान और उसके नतीजों पर टिकी हैं।