Jammu and Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना (Ravindra Raina) को उनके पद से हटा दिया गया है। नौशेरा में चुनाव हारने के बाद से ही उनके इस्तीफे की चर्चा थी। हालांकि, पार्टी ने तुरंत इस्तीफा मंजूर नहीं किया था। लेकिन, रविवार को भाजपा ने औपचारिक रूप से रवींद्र रैना के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया। पार्टी ने उन्हें नई जिम्मेदारी देते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया है। इससे यह संकेत मिलता है कि रैना को अब केंद्रीय राजनीति में अधिक सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
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सत शर्मा को मिली जम्मू-कश्मीर में पार्टी नेतृत्व की जिम्मेदारी
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के नेतृत्व को अब सत शर्मा संभालेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने एक पत्र जारी कर सत शर्मा (Sat Sharma) को जम्मू-कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की। सत शर्मा इससे पहले भी इस पद पर रह चुके हैं और संगठनात्मक मामलों में उनका अनुभव काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। चुनावी माहौल में उनकी नियुक्ति से भाजपा ने सत शर्मा के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
विधानसभा चुनावों से पहले नए नेतृत्व का गठन
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के ठीक बाद भाजपा ने संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया शुरू की है। पार्टी के लिए यह एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, क्योंकि विधानसभा सत्र भी चार नवंबर से शुरू होने वाला है। ऐसे में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद पर सत शर्मा की नियुक्ति ने भाजपा को क्षेत्रीय स्तर पर मजबूत करने का इरादा जाहिर किया है। इसके अलावा, पार्टी अब विधानसभा में विधायक दल का नेता चुनने की तैयारी में है।
विधायक दल का नेता चुनने के लिए आज होगी बैठक
जम्मू-कश्मीर विधानसभा सत्र से पहले भाजपा ने अपने विधायक दल का नेता चुनने का निर्णय लिया है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इस कार्य के लिए राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। श्रीनगर में आयोजित होने वाली इस बैठक में संभावित पांच नामों पर विचार किया जाएगा। माना जा रहा है कि जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लेकर तस्वीर साफ की जाएगी।
चार नवंबर से शुरू होगा विधानसभा का पहला सत्र
जम्मू-कश्मीर की नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र चार नवंबर को शुरू होगा। पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और इसके बाद उपराज्यपाल का अभिभाषण भी होगा। विधानसभा की कार्यवाही के लिए प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने कार्यवाही का कैलेंडर जारी किया है। पांच नवंबर की बैठक में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, रवींद्र रैना का अध्यक्षीय कार्यकाल काफी पहले ही समाप्त हो चुका था। अब पार्टी अपने संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया में जुट गई है। ऐसे में नेतृत्व परिवर्तन को पार्टी की एक स्वाभाविक प्रक्रिया के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी के अन्य राज्यों में भी नए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की संभावना है, जो आने वाले दिनों में स्पष्ट हो सकती है।
प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने के बाद अब रवींद्र रैना केंद्रीय कार्यकारिणी में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उनके अनुभव और नेतृत्व की काबिलियत को देखते हुए पार्टी ने उन्हें इस पद पर नियुक्त किया है। रैना की नई भूमिका में उनकी अनुभव और राजनीतिक सूझबूझ का लाभ राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को मिलेगा।
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