Jammu and Kashmir: जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक (Yasin Malik) की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक (Mushaal Hussain Malik) ने हाल ही में कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने राहुल गांधी से आग्रह किया है कि वह संसद में यासीन मलिक की स्थिति का मुद्दा उठाएं। मुशाल ने पत्र में दावा किया है कि उनका पति कश्मीर में शांति स्थापना में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और इस मामले को संसद में लाकर उनका समर्थन किया जाना चाहिए।
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मलिक पर हुए मुकदमे में मौत की सजा का है अनुरोध
पत्र में मुशाल ने जम्मू कश्मीर के इस प्रमुख अलगाववादी नेता पर 30 साल पुराने राजद्रोह के मामले का भी जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस मामले में यासीन मलिक को फांसी की सजा दिलाने का अनुरोध किया है। उनके अनुसार, एनआईए की ओर से दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है जिसमें मलिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आग्रह किया गया है। उन्होंने राहुल गांधी से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की है, ताकि यासीन मलिक को न्याय मिल सके और उनकी सजा को रद्द किया जा सके।
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भूख हड़ताल के चलते बिगड़ती सेहत का दिया हवाला
मुशाल हुसैन मलिक ने पत्र में लिखा है कि उनके पति ने जेल में अमानवीय बर्ताव के विरोध में 2 नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है। उनकी सेहत पर इस भूख हड़ताल का गहरा असर पड़ रहा है और यह उनकी जान के लिए खतरा बन सकता है। मुशाल ने लिखा है कि मलिक ने हथियारों को छोड़कर अहिंसा की राह अपनाने का फैसला किया है, लेकिन जेल में उनके साथ हो रहे बर्ताव ने उन्हें इस कद तक मजबूर कर दिया कि वह भूख हड़ताल करने पर उतारू हो गए हैं।
‘मलिक का हृदय परिवर्तन हुआ है’ – मुशाल
पत्र में मुशाल ने कई लेखों का हवाला देते हुए दावा किया है कि यासीन मलिक का हृदय परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि वह मलिक का महिमामंडन नहीं कर रहीं, बल्कि यह बताना चाहती हैं कि उनका पति अहिंसा के मार्ग पर आ चुका है और कश्मीर में स्थायी शांति के लिए काम कर सकता है। उन्होंने राहुल गांधी को यह भी बताया कि मलिक अब अपनी जिंदगी को एक अलग नजरिये से देख रहे हैं और यह बदलाव कश्मीर की शांति में सहायक हो सकता है।
‘भाजपा सरकार कर रही है प्रताड़ित करने के अकल्पनीय प्रयास’ – मुशाल
मुशाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा है कि 2019 से भाजपा सरकार अकल्पनीय तरीकों से मलिक को प्रताड़ित कर रही है। 35 साल पुराने मामलों को लेकर उन पर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया गया है और एनआईए ने उनके खिलाफ बनाए गए ‘मनगढ़ंत’ मामलों में फांसी की सजा की मांग की है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार राजनीतिक मकसद से मलिक को प्रताड़ित कर रही है और यह उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
‘आपका राजनीतिक प्रभाव ही मलिक को बचा सकता है’ – मुशाल
मुशाल हुसैन मलिक ने राहुल गांधी से आग्रह किया है कि वह अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर यासीन मलिक के मुद्दे को संसद में उठाएं। उन्होंने लिखा है कि मलिक की स्थिति अब गंभीर हो चुकी है और उनका जीवन खतरे में है। मुशाल ने इस बात पर जोर दिया कि यासीन मलिक का मुद्दा संसद में उठाकर उनकी जान बचाई जा सकती है और कश्मीर में शांति स्थापना के लिए उन्हें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका दिया जा सकता है।
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क्या राहुल गांधी उठाएंगे यह संवेदनशील मुद्दा?
मुशाल हुसैन मलिक का यह पत्र ऐसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर का राजनीतिक माहौल पहले से ही संवेदनशील है। अब देखना होगा कि राहुल गांधी, जो पहले से ही कई मुद्दों पर केंद्र सरकार की आलोचना करते रहे हैं, क्या इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे या नहीं।