Israel Gaza: गाजा में इजरायली हवाई हमलों ने मानवीय संकट को और गंभीर बना दिया है। गाजा के सरकारी मीडिया कार्यालय ने जानकारी दी कि उत्तरी गाजा में आवासीय इलाकों पर हुए दो बड़े हवाई हमलों में 50 से अधिक बच्चों सहित 84 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। इसे “निर्मम नरसंहार” बताया गया है। इन हमलों के बाद गाजा में स्थिति बेहद दयनीय हो गई है, जहां अस्पताल, घर, और बिजली समेत मूलभूत सेवाएं ठप हो चुकी हैं।
अमेरिका ने मध्य पूर्व में बढ़ाई सैन्य मौजूदगी
वहीं दूसरी ओर, इस क्षेत्र में तनाव को देखते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपनी सैन्य उपस्थिति को और मजबूत करने का निर्णय लिया है। अमेरिका अब अपने नौसेना के युद्धपोत, जेट लड़ाकू विमान और लंबी दूरी के बमवर्षक विमान मध्य पूर्व में तैनात कर रहा है। इस कदम से यह संकेत मिलता है कि अमेरिका क्षेत्र में तेजी से बदलते घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रहा है और इजरायल का समर्थन करने के लिए तत्पर है।
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विस्थापन से प्रभावित हुआ जनजीवन
गाजा में इजरायली हमलों के चलते सामूहिक पोलियो टीकाकरण अभियान भी बाधित हुआ था, जिसका तीसरा चरण अब फिर से शुरू होने जा रहा है। यह अभियान पहले उत्तरी गाजा की बड़ी आबादी के विस्थापन और हमलों की वजह से रुक गया था। सहायता संगठनों का मानना है कि युद्धग्रस्त इलाकों में जनस्वास्थ्य संकट गहराता जा रहा है, और पोलियो जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
7 अक्टूबर से अब तक 43,259 फिलिस्तीनी मारे गए
7 अक्टूबर, 2023 को हमास के नेतृत्व में इजरायल पर हुए हमलों के बाद से स्थिति लगातार बिगड़ती गई है। इजरायल ने जवाबी हमले करते हुए गाजा में बड़ी संख्या में बमबारी की है, जिसमें अब तक लगभग 43,259 फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है और 101,827 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। वहीं, शुरुआती हमले में इजरायल में 1,139 लोगों की मौत हुई थी और 200 से अधिक लोगों को बंदी बना लिया गया था।
लेबनान में भी जारी हमले, हजारों लोगों की जानें गईं
इजरायली हमलों से लेबनान भी अछूता नहीं है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा पर युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायली हमलों में लेबनान में कम से कम 2,897 लोग मारे जा चुके हैं और 13,150 लोग घायल हुए हैं। सिर्फ पिछले 24 घंटों में ही लेबनान में 30 लोग मारे गए हैं। यह स्थिति वहां की स्थिरता और सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में सर्वनाश की दी चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र ने उत्तरी गाजा में लगातार हो रहे हमलों और बढ़ते विनाश के कारण गहरी चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुखों ने चेतावनी दी है कि गाजा के उत्तरी क्षेत्र में पूरी आबादी को बीमारी, अकाल और हिंसा से मरने का खतरा है। ताजा हमलों में 50 से अधिक बच्चों सहित 84 लोगों की मौत हो चुकी है, जो वहां की संकटग्रस्त स्थिति को और गंभीर बना रही है।
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नहीं दिख रहे सुलह के आसार
गाजा, लेबनान और इजरायल के बीच जारी इस संघर्ष ने पूरे मध्य पूर्व को संघर्ष के भंवर में धकेल दिया है। अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने सभी पक्षों से अपील की है कि युद्धविराम कर मानवीय सहायता पहुंचाई जाए, ताकि निर्दोष नागरिकों को राहत मिल सके। हालांकि, अभी किसी भी पक्ष की ओर से सुलह या शांति की उम्मीद कम ही नजर आ रही है। मध्य पूर्व में बढ़ते इस संघर्ष में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका अहम हो सकती है। जहां एक ओर अमेरिका ने इजरायल का समर्थन किया है, वहीं अन्य देश भी स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तत्काल कदम उठाकर मानवीय सहायता का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए और दीर्घकालिक शांति स्थापित करने के प्रयास करने चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी के बावजूद हमले जारी
संयुक्त राष्ट्र की बार-बार चेतावनियों और मानवीय संकट के बावजूद हमलों का सिलसिला थम नहीं रहा है। सवाल उठता है कि कब तक निर्दोष नागरिक इस संघर्ष का खामियाजा भुगतते रहेंगे। ऐसे में गाजा और लेबनान में जिंदगियां बचाने के लिए शीघ्र ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
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