Ismail Haniya Murder: ईरान में हुए एक बड़े हमले में हमास प्रमुख इस्माइल हानिया (Ismail Haniya) का खात्मा हो गया है। पिछले 24 घंटों में इजराइल ने अपने दो बड़े दुश्मनों को मार गिराया है। इजराइली सेना ने मजदल शम्स में हुए हमले का बदला लेने का दावा करते हुए बेरूत में हिजबुल्लाह के कमांडर फुआद शुकर को ढेर कर दिया। इस्माइल हानिया की हत्या के संबंध में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने बयान जारी किया है।
इजराइल का बयान
इस्माइल हानिया की मौत पर इजराइल का बयान भी सामने आया है। इजराइल के हैरिटेज मिनिस्टर ने कहा, “हानिया की मौत से दुनिया थोड़ी बेहतर हुई है।” आईआरजीसी के एक बयान में कहा गया है कि तेहरान में हानिया के आवास को निशाना बनाकर हमला किया गया था, जिसमें हानिया और उनके एक बॉडी गार्ड की हत्या कर दी गई। इस्माइल हानिया की हत्या विस्फोट कर की गई है। आईआरजीसी के जनसंपर्क विभाग ने बताया कि यह हमला बुधवार तड़के हुआ और घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। इससे पहले मंगलवार को हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे और ईरान के सर्वोच्च नेता से मुलाकात की थी।
हमास की प्रतिक्रिया
इस्माइल हानिया की हत्या के बाद हमास ने बयान जारी कर कहा है, “अल्लाह के मार्ग में मारे गए लोगों को मरा हुआ न समझो, बल्कि वे अपने रब के पास जीवित हैं। इस्लामिक रजिस्टेंस मूवमेंट हमास हमारे महान फिलिस्तीनी लोगों, अरब और इस्लामी राष्ट्र और दुनिया के सभी स्वतंत्र लोगों के बेटों के लिए शोक व्यक्त करता है। भाई नेता, शहीद, सेनानी इस्माइल हानिया, आंदोलन के नेता, जो नए ईरानी राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के बाद तेहरान में अपने निवास पर एक विश्वासघाती ज़ायोनी छापे के परिणामस्वरूप मारे गए। हम अल्लाह के हैं और उसी के पास लौटेंगे। यह जीत या शहादत का जिहाद है।” हमास का कहना है कि हानिया की हत्या की सजा जरूर मिलेगी।
इस्माइल हानिया का जीवन
इस्माइल हानिया का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के अल-शती शरणार्थी शिविर में हुआ था। वह एक प्रमुख फिलिस्तीनी नेता थे। इस्माइल ने 2006 से लेकर 2007 तक फिलिस्तीनी प्राधिकरण (पीए) के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। हमास ने 2006 के फिलिस्तीनी विधायी चुनावों में अधिकांश सीटें जीती थीं। प्रतिद्वंद्वी फतह के साथ गुटीय लड़ाई के बाद सरकार को भंग कर दिया गया और गाजा पट्टी में एक स्वायत्त हमास के नेतृत्व वाले प्रशासन की स्थापना की गई थी। हानिया ने गाजा पट्टी (2007-14) में वास्तविक सरकार के नेता के रूप में काम किया। 2017 में उन्हें खालिद मेशाल की जगह हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख के रूप में चुना गया।
Read more: Jamtara Web Series वाले पांच साइबर अपराधियों को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पांच-पांच साल की सजा
इजराइल-हिजबुल्लाह युद्ध का नया अध्याय
इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच विनाशक जंग का नया अध्याय शुरू हो चुका है। इजराइल ने आधी रात को लेबनान पर बड़ा हमला कर दिया है। इजराइल की एयरस्ट्राइक से बेरूत में भारी तबाही मच गई है। इस हमले को गोलान हाइट्स का बदला माना जा रहा है। कुछ दिन पहले हिजबुल्लाह ने गोलान हाइट्स पर 40 रॉकेट दागे थे, जिसके जवाब में इजराइली लड़ाकू विमानों ने बम बरसाए।
ईरान में इस्माइल हानिया की हत्या और बेरूत में हिजबुल्लाह के कमांडर फुआद शुकर की मौत ने इजराइल और उसके दुश्मनों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। यह घटनाएं एक बार फिर से मिडिल ईस्ट में संघर्ष की गंभीरता को उजागर करती हैं। इजराइल का यह कदम स्पष्ट रूप से अपने दुश्मनों को कड़ा संदेश देने का प्रयास है। इस बीच, हमास और हिजबुल्लाह की प्रतिक्रियाओं ने यह संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में और अधिक हिंसा और संघर्ष हो सकता है।
इस समय राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व को सतर्क और विवेकपूर्ण तरीके से कार्य करना चाहिए ताकि स्थिति और खराब न हो। मिडिल ईस्ट में स्थिरता और शांति के प्रयासों को बढ़ावा देना सभी संबंधित पक्षों की प्राथमिकता होनी चाहिए। यह घटना एक महत्वपूर्ण अनुस्मारक है कि संघर्ष और हिंसा से किसी का भी भला नहीं होता और केवल संवाद और समन्वय से ही समाधान निकाला जा सकता है।