Anupriya Patel on UP Politics: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) में मिली हार के बाद बीजेपी के भीतर एक गहमागहमी की स्थिति बन गई थी, जो कई दिनों तक मीडिया की सुर्खियों में रही. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के बीच खुलकर टकराव देखने को मिला, हालांकि केंद्रीय नेतृत्व की पहल के बाद स्थिति थोड़ी सामान्य होती दिख रही है. फिर भी, यह कहना मुश्किल है कि सबकुछ पूरी तरह से ठीक हो गया है.
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‘उत्तर प्रदेश में सब कुछ सामान्य है’
बताते चले कि इस आंतरिक विवाद पर एनडीए की सहयोगी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में सब कुछ सामान्य है. उनके अनुसार, केशव प्रसाद मौर्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच हाल की मुलाकातें सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा हैं. मीडिया में इस तरह की खबरें केवल अटकलें हैं और कोई वास्तविक समस्या नहीं है.
‘कयास लगना स्वाभाविक है’
अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) ने कहा कि राजनीतिक परिदृश्य में इस प्रकार के कयास लगना स्वाभाविक है. केशव प्रसाद मौर्य, जो कि उपमुख्यमंत्री हैं, पहले भी दिल्ली आ चुके हैं और उनके दिल्ली आने का मकसद भी यही है कि वह सरकार की गतिविधियों की जानकारी देते रहें. दिल्ली में जाकर वह शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करते हैं, यह उनकी जिम्मेदारी है और इस प्रक्रिया को सामान्य माना जाना चाहिए.
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सीएम योगी और राज्यपाल की मुलाकात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मामले में भी यही स्थिति है. वह राज्यपाल से नियमित रूप से मिलते हैं और इस बार भी मिलकर आए थे. मीडिया में चल रही कयासबाजी और विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों को लेकर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि इस पर कोई ध्यान नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके पत्रों के बारे में पहले भी यह स्पष्ट किया जा चुका है कि वे पिछड़े और गरीब समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनके मुद्दों पर चुप नहीं रह सकते.
अनुप्रिया पटेल का बड़ा दावा
अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) ने यह भी कहा कि सरकार को इन संवेदनशील मुद्दों का ध्यान रखना और उनका समाधान निकालना चाहिए. यह एक संवेदनशील सरकार का दायित्व होता है और नैतिक जिम्मेदारी भी बनती है कि अगर किसी के अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है, तो उसे उठाया जाए. उन्होंने यह दावा किया कि उन्होंने इस मुद्दे को पहले ही राज्य सरकार और केंद्र सरकार के सामने उठाया है, और इसे उचित तरीके से निपटाया जाएगा.
अनुप्रिया पटेल ने यूपी बीजेपी के आंतरिक विवाद पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है और यह बताने की कोशिश की है कि यह सब सामान्य राजनीति का हिस्सा है.
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