हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा को लेकर सरकार और पुलिस प्रसाशन पर काफी सवाल खड़े हो रहे हैं। वही नूंह में हुई हिंसा के बीच जो एक नाम चर्चा में आ रहा है वह है, IPS मामता सिंह जिन्होनें बेहद बहादुरी और हिम्मत के साथ मंदिर में फंसे हजारों लोगो को बचाया।
Nuh violence: हरियाणा के नूंह जिले में हुई हिंसा के बीच एक बार फिर IPS ममता सिंह ने अपनी दिलेरी का लोहा मनवाया है। वही गृह मंत्री अनिल विज ने नूंह हिंसा में साजिश की आशंका जताई है। निल विज ने बताया कि उन्हें उपद्रव के दौरान एक मंदिर में लोगों को बंधक बनाने की सूचना मिली थी। इसके साथ ही किसी ने अनिल बिज को गूगल लोकेशन भी भेजी। बता दे कि मंदिर के चारों तरफ से गोलियां चल रही थीं। अंदर फंसे लोगों का बाहर निकलना काफी मुश्किल था। लोग डरे-सहमे थे। शाम करीब चार बजे एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) ममता सिंह जब मंदिर पहुंचीं तो लोगों की जान में जान आई।
गोलीबारी के बीच मंदिर में घुसी…
जानकारी के अनुसार एडीजीपी ममता सिंह के साथ एडीजीपी साउथ रेंज और आईपीएस रवि किरण भी मौजूद थे। दंगाइयों की तरफ से लगातार पत्थरबाजी बढ़ती जा रही थी, लेकिन उपद्रव को शांत ना होता देख फैसला लिया गया कि लोगों को गुटों में बांटकर कवर फायरिंग कर बाहर निकाला जाएगा। जिसके बाद मंदिर में फंसे श्रद्धालुओं को अलग-अलग गुटों में बांटा गया फिर उन्हें पुलिस ने कवर फायरिंग देते हुए बाहर निकाला और गाड़ियों में बैठा दिया। लगभग 2 घंटों में करीब ढाई हजार लोगों को बाहर निकाला गया।
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राष्ट्रपति से मिला पदक…
ममता सिंह को अपनी बेहतरीन पुलिस सेवाओं के लिए राष्ट्रपति से पदक भी मिल चुका है। साल 2022 में गणतंत्र दिवस के मौके पर यह पदक ममता सिंह को दिया गया था। ममता सिंह अपने साहसिक कार्यों से कई बार पुलिस विभाग का सिर ऊंचा कर चुकी हैं। ममता सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह अपराध और माफियाओं के खिलाफ बेहतरीन खुफिया नेटवर्क स्थापित कर उनका भंडाफोड़ करने की काबिलियत रखती हैं।
गृह मंत्री विज ने की तारीफ…
करीब ढाई हजार लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर एडीजीपी ममता सिंह की खूब तारीफ की जा रही है। प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने भी मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान ममता सिंह की तारीफ की। विज ने कहा कि उपद्रव के दौरान एक मंदिर में लोगों को बंधक बनाए जाने की सूचना मिलने के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई थी जिसके बाद ममता सिंह और अन्य पुलिस अफसरों ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. ममता सिंह दिलेरी के साथ डटी रहीं।
हरियाणा पुलिस की एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) ममता सिंह 1996 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। ममता ने पुलिस सेवा एमबीबीएस की पढ़ाई छोड़कर ज्वाइन की थी। ये अपने सख्त तेवर के लिए जानी जाती है। वह बाबा राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत से निपटने को लेकर भी सुर्खियों में रह चुकी हैं।