Bangladesh Crisis: पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मेघालय की अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारत में घुसपैठ की कोशिश करते हुए 11 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने रविवार को इस घटना की पुष्टि की है। एक प्रवक्ता ने बताया कि इन घुसपैठियों से पूछताछ जारी है और विस्तृत कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें राज्य की पुलिस को सौंपा जाएगा। बांग्लादेश से घुसपैठ की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिससे भारत की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बीएसएफ और बीजीबी के बीच सहयोग और समन्वय आवश्यक है, लेकिन यह केवल पहली सीढ़ी है। इस प्रकार की घटनाओं से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है, जो कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए हानिकारक है।
बीएसएफ का बीजीबी के साथ संपर्क
प्रवक्ता ने कहा कि बीएसएफ अपने समकक्ष बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) के साथ नियमित संपर्क में है, ताकि दोनों देशों के नागरिकों और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचार को रोका जा सके। हाल ही में, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की समस्याओं पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया है, जिसका नेतृत्व बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) (पूर्वी कमान) करेंगे।
बढ़ाई गयी सीमा की सुरक्षा
बीएसएफ 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा की रक्षा के लिए जिम्मेदार सशस्त्र बल है। इसमें से 2,217 किलोमीटर पश्चिम बंगाल, 856 किलोमीटर त्रिपुरा, 443 किलोमीटर मेघालय, 262 किलोमीटर असम और 318 किलोमीटर मिजोरम से लगा है। हसीना सरकार के पतन और बांग्लादेश में उथल-पुथल के बाद बीएसएफ हाई अलर्ट पर है। बीएसएफ ने पिछले कुछ दिनों में बीजीबी की मदद से कई घुसपैठ के प्रयासों को विफल किया है और हजारों बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजा है।
बीएसएफ के कोलकाता मुख्यालय वाले दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बताया कि उनकी पूर्वी कमान के प्रमुख, एडीजी रवि गांधी ने शनिवार को एक सम्मेलन की अध्यक्षता की, जिसमें 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा की समीक्षा की गई। यह समीक्षा बांग्लादेश में मौजूदा अशांति और आगामी स्वतंत्रता दिवस को ध्यान में रखते हुए की गई।
11 को लिया हिरासत में
बीएसएफ ने बताया कि घुसपैठ के दौरान 11 बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा पर हिरासत में लिया गया है। पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा की सीमा से दो-दो, जबकि मेघालय की सीमा से सात लोगों को पकड़ा गया है। प्रवक्ता ने कहा कि सीमा नियंत्रण, सुरक्षा और प्रबंधन को और बेहतर बनाने के लिए विस्तृत विचार-विमर्श किया गया है। इसके अलावा, बीजीबी के साथ घनिष्ठ सहयोग जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि बीजीबी बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचारों की रोकथाम को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया दे रही है। बीएसएफ अपने कर्मियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दे रही है कि बांग्लादेश से कोई घुसपैठ न हो और यदि आवश्यक हो तो “गैर-घातक हथियारों” का उपयोग किया जाए।