Indigo News: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) के को-फाउंडर और प्रमोटर राकेश गंगवाल (Rakesh Gangwal) जल्द ही कंपनी में अपनी बड़ी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं। गंगवाल, जो इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) के प्रमोटर भी हैं, करीब 85 करोड़ डॉलर (लगभग 7000 करोड़ रुपये) की ब्लॉक डील करने की तैयारी में हैं।
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फरवरी 2022 में दिए थे बोर्ड से इस्तीफा
राकेश गंगवाल ने फरवरी 2022 में इंटरग्लोब एविएशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा देते हुए घोषणा की थी कि वह आने वाले 5 वर्षों में कंपनी में अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे कम करेंगे। इस कदम का उद्देश्य एयरलाइन में अपनी भूमिका को सीमित करना था, और अब गंगवाल इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं।
शेयर बिक्री के लिए 4,593 रुपये प्रति शेयर की डील
सूत्रों के मुताबिक, राकेश गंगवाल इंडिगो की पैरेंट कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए 4,593 रुपये प्रति शेयर की दर से सौदा करने की तैयारी में हैं। यह ब्लॉक डील 85 करोड़ डॉलर में हो सकती है। बीते बुधवार को इंडिगो के शेयर 4859.85 रुपये पर बंद हुए थे, जो गंगवाल की प्रस्तावित बिक्री कीमत से थोड़ा अधिक है।
इंडिगो में गंगवाल की हिस्सेदारी
राकेश गंगवाल की जून 2024 तक इंडिगो में 5.89 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। इसके साथ ही उनकी पत्नी शोभा गंगवाल (Shobha Gangwal) और जेपी मॉर्गन ट्रस्ट ऑफ डेलावेयर (JPMorgan Trust of Delaware) की एयरलाइन में 13.49 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिससे गंगवाल परिवार की कुल हिस्सेदारी 19.38 प्रतिशत हो जाती है। गंगवाल परिवार ने पहले ही अपनी हिस्सेदारी कम करने की योजना बनाई हुई थी। गंगवाल ने अपने इस्तीफे के समय भी स्पष्ट किया था कि वह धीरे-धीरे कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।
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इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में जबरदस्त उछाल
इस साल अब तक इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में 63 प्रतिशत का जबरदस्त उछाल देखा गया है। कंपनी ने जून 2024 को समाप्त तिमाही में 2,736 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया। हालांकि, यह एक साल पहले की समान अवधि के 3,090.6 करोड़ रुपये के मुनाफे से 11.5 प्रतिशत कम है। घरेलू यात्रा में तेज वृद्धि के चलते इंटरग्लोब एविएशन वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के परिणामों में बाजार की उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रही। इसके चलते बाजार विश्लेषकों ने भी कंपनी के शेयरों को ‘बाय’ रेटिंग में अपग्रेड कर दिया है। जेफरीज ने भी इंडिगो के स्टॉक का टार्गेट प्राइस बढ़ाकर 5,225 रुपये प्रति शेयर कर दिया है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
बिक्री का बाजार पर प्रभाव
राकेश गंगवाल की हिस्सेदारी बिक्री की यह योजना बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है। इसका असर न केवल इंडिगो के शेयरों पर पड़ेगा, बल्कि यह एयरलाइन उद्योग में भी हलचल मचा सकता है। गंगवाल की हिस्सेदारी बिक्री के बाद कंपनी के नियंत्रण और भविष्य की योजनाओं पर भी सवाल उठ सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बड़े बदलाव के बाद इंडिगो की दिशा और कंपनी के भविष्य के फैसलों पर इसका क्या असर पड़ता है। गंगवाल की इस रणनीतिक कदम के बाद, इंडिगो के शेयरों में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, जिससे निवेशकों को सतर्क रहना होगा।