Sheikh Hassan Khan: केरल राज्य के सरकारी कर्मचारी शेख हसन खान आखिर कैसे और क्यों इन दिनों देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं, ये सवाल आपके मन में भी कौंध रहा होगा. तो आपको हम बता दें कि,केरल के इस सरकारी कर्मचारी ने इस बार दुनिया की सबसे ऊंची ज्वालामुखी पर्वत चोटी ‘ओजोस डेल सालाडो’ को फतह किया है। इस पर्वत की ऊंचाई 22,600 फुट से भी ज्यादा बताई जाती है और इस चोटी पर चढ़ाई कर शेख हसन खान ने देश के गौरव को बढ़ाने का काम किया है। ओजोस डेल सालाडो दुनिया की सांतवी सबसे ऊंची चोटी है और चिली की सबसे ऊंची चोटी है।
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फतह किया ज्वालामुखी पर्वत चोटी
शेख हसन की पहचान ऊंचे पर्वत की चोटी को फतह करने से है, शेख केरल राज्य के कर्मचारी हैं.ये अक्सर ऊंचे पर्वतों की चढ़ाई को लेकर चर्चा में रहते हैं। अबकी बार इन्होंने दुनिया की सबसे ऊंचे ज्वालामुखी पर्वत को फतह कर चर्चा में आए हैं। शेख हसन 36 साल की उम्र में दुनिया की सांतवी ऊंची चोटी को फतह किया है।शेख ने 22 हजार 600 फीट की ऊंचाई वाले ‘ओजोस डेल सालाडो’ पर्वत पर सफलता पूर्वक चढ़कर इसे फतह किया।
शेख शनिवार को दुनिया की सांतवी सबसे ऊंची चोटी पर चढ़कर जलवायु परिर्वतन का संदेश अलग तरह से देना चाहते थे।’ओजोस डेल सालाडो’ चिली से शेख ने कहा,मैंने अपने सीने पर ‘जलवायु परिवर्तन वास्तविक है’ का नारा लिखा है। इसे ओजोस डेल सालाडो के शीर्ष पर प्रदर्शित किया है। चढ़ाई के बाद शेख ने कहा 22,615 फुट ऊंचाई के साथ ओजोस डेल सालाडो दुनिया की सबसे ऊंची ज्वालामुखी पर्वत चोटी है।
इससे पहले शेख हसन ने
शेख हसन खान सबसे ऊंची ज्वालामुखी पर्वत को फतह करने से पहले इस महीने की शुरुआत में दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट एकॉनकागुआ पर चढ़ाई की थी। इससे पहले खान ने दिसंबर में अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट विंसन को फतह किया था। इसके अतिरिक्त वो 3 अन्य सबसे ऊंची चोटियों पर फतह हासिल कर चुके हैं। इनमें माउंट एवरेस्ट (एशिया), माउंड डेनाली (उत्तर अमेरिका), माउंट किलिमंजारो शामिल है।