Qatar: एक साल से भी अधिक समय तक हिरासत में रखने के बाद कतर की एक अदालत ने 8 पूर्व नेवी ऑफिसर को मौत की सजा सुनाई थी। इस फैसले पर भारत सरकार ने काफी ज्यादा हैरानी जताई है। जिसके बाद भारत सरकार ने कतर में फंसे भारतीय नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी कानूनी विकल्पों की तलाश भी की। लेकिन अब कतर में फंसे भारतीय से जुड़ी एक राहत की खबर सामने आई है।
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विदेश मंत्रालय ने दी राहत भरी खबर
कतर में फंसे 8 पूर्व नेवी ऑफिसर से जुड़ी राहत भरी खबर विदेश मंत्रालय की तरफ से मिली है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को बताया कि भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों के जरिए दायर की गई अपील पर कतर की एक अदालत ने तीन बार सुनवाई की है। पूर्व कर्मियों की तरफ से उन्हें मिली मौत की सजा के खिलाफ कतर की अदालत में अपील दायर की गई थी। बागची ने कहा कि भारत उन्हें सकुशल वापस लाने के लिए काम कर रहा है। आठ पूर्व कर्मियों को जासूसी के मामले में जेल में बंद किया गया है।
कतर में फांसी की सजा का सामना करना पड़ रहा
मीडिया ब्रीफिंग के दौरान अरिंदम बागची नेबताया कि कतर के शासक ने 18 दिसंबर को देश के नेशनल डे के मौके पर भारतीय नागरिकों समेत कई सारे कैदियों को माफ किया। मगर भारतीय पक्ष को अभी ये नहीं मालूम है कि जिन लोगों को माफी मिली है, उनकी पहचान क्या है। यही वजह है कि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि क्या माफी हासिल करने वाले लोगों में वो भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मी भी शामिल हैं, जिन्हें कतर में फांसी की सजा का सामना करना पड़ रहा है।
मेरे पास साझा करने के लिए कुछ भी नहीं..
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भारतीय नागरिकों से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, ‘मामला अब कतर की कोर्ट ऑफ अपील में है और 23 नवंबर, 30 नवंबर और 7 दिसंबर को यहां तीन बार सुनवाई हुई है। इस बीच दोहा में मौजूद हमारे राजदूत को 3 दिसंबर को इन सभी लोगों से मिलने के लिए काउंसलर एक्सेस मिला। इसके अलावा अभी मेरे पास साझा करने के लिए कुछ भी नहीं है।’
भारतीय पक्ष को उन लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं
जिसके बाद इसी कड़ी में बागची ने आगे कहा कि भारतीय पक्ष को उन लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जिन्हें 18 दिसंबर को कतर के शासक ने माफ कर दिया था। उन्होंने कहा, ‘हमें निश्चित रूप से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि ये आठ लोग उसमें शामिल हैं और जैसा कि आप जानते हैं, मामला चल रहा है और मुझे थोड़ी हैरानी होगी कि जब मामला चल रहा है तो ऐसा (माफी मिलेगी) होगा। मुझे इतना मालूम है कि उसमें कुछ भारतीय हैं।’
ये एक गंभीर मामला
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने पहले भी कहा है कि ये एक गंभीर मामला है, जिस पर हम काम कर रहे हैं। हम देख रहे हैं कि कैसे जल्द से जल्द अपने लोगों को वापस भारत लाया जा सके। हम इसी पर फोकस कर रहे हैं।’
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