भारत में भारतीय रेलवे द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जिसके तहत दिल्ली से पांच नई ट्रेनें चलाने की परियोजना को हरी झंडी मिल चुकी है। इन ट्रेनों की खासियत यह है कि ये एसी स्लीपर ट्रेनें होंगी, जिनमें हीटिंग की सुविधा होगी, ताकि बर्फ से ढकी घाटियों के यात्रा के दौरान यात्रियों को ठंड का सामना न करना पड़े। इन ट्रेनों का निर्माण पूरा हो चुका है और यह जनवरी 2025 से शुरू हो जाएंगी।इन ट्रेनों का रूट कुछ ऐसे इलाकों से होकर गुजरेगा, जहां बर्फबारी होती है, इसीलिए इन ट्रेनें में विशेष ध्यान रखा गया है। कोच और इंजन के डिजाइन में बर्फ जमने से रोकने के उपाय किए गए हैं और हीटिंग सिस्टम बर्फ को पिघलाने का काम करेगा।
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यात्रियों को बेहतर अनुभव
इस परियोजना के तहत कुल 22 कोच वाली ट्रेनें चलेंगी, हालांकि सभी ट्रेनें एक साथ नहीं चलेंगी।इसके अलावा, उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना के तहत वंदे भारत ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। इन वंदे भारत ट्रेनों में आठ कोच होंगे, और यात्रियों को बेहतर अनुभव देने के लिए इन ट्रेनों में चेयर कार सीटिंग होगी।यह कदम कश्मीर घाटी में यात्रा को और भी सुरक्षित और आरामदायक बनाएगा, और यात्रियों को न केवल सुंदर दृश्यों का आनंद लेने का मौका मिलेगा, बल्कि सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
माइनस तापमान का रखा ध्यान
इन नई ट्रेनों को विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्र की बर्फबारी और माइनस तापमान को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। ट्रेन के कोचों और इंजन के फ्रंट ग्लास पर बर्फ जमने से रोकने के लिए तकनीकी उपाय किए गए हैं, ताकि यात्रा के दौरान कोई परेशानी न हो। इसके अलावा, इन ट्रेनों में ऑन-बोर्ड हीटिंग सिस्टम होगा, जो बर्फबारी के दौरान भी ट्रेन को गर्म रखेगा और माइनस तापमान की स्थिति में बर्फ को पिघलाने में मदद करेगा।
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सुरक्षा पर नजर
सुरक्षा के मामले में भी विशेष ध्यान दिया गया है। प्लेटफॉर्म से ट्रेन रवाना होने से पहले कोचों को दोनों तरफ से सैनिटाइज किया जाएगा। साथ ही, श्रीनगर जाने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुरक्षा जांच से गुजरना होगा, ताकि यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित हो। इन ट्रेनों में सामान्य ट्रेनों की तुलना में अधिक संख्या में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवान तैनात किए जाएंगे।
सरकार की ओर से तोहफा
भारत सरकार का एक और महत्वपूर्ण कदम यह है कि वह देश के उत्तर-दक्षिण हिस्सों को जोड़ने की दिशा में काम कर रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में लोकसभा में यह जानकारी दी कि कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाली परियोजना अब तैयार है, और अगले चार महीनों में इस रूट पर ट्रेन सेवाएं शुरू हो सकती हैं। यह परियोजना भारतीय रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी और देशभर में एक नई रेल यात्रा अनुभव का निर्माण करेगी।