India Mobile Congress 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत मंडपम में आयोजित विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (WTSA) 2024 और भारत मोबाइल कांग्रेस (India Mobile Congress) के आठवें संस्करण का उद्घाटन किया। यह पहली बार है जब संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा आयोजित यह महत्वपूर्ण वैश्विक सम्मेलन भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हो रहा है। इस सभा में 190 से अधिक देशों के 3,000 से ज्यादा विशेषज्ञ, नीति निर्माता और उद्योग जगत के नेता हिस्सा ले रहे हैं, जो संचार, डिजिटल और आईसीटी (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
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डब्ल्यूटीएसए 2024: भविष्य की तकनीकों पर हुआ मंथन
डब्ल्यूटीएसए हर चार साल में आयोजित किया जाता है, जिसमें दुनिया भर के विशेषज्ञ दूरसंचार और डिजिटल प्रौद्योगिकियों के विकास की दिशा तय करने वाले प्रस्तावों और सिफारिशों पर चर्चा करते हैं। इस वर्ष की सभा में 6G, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), बिग डाटा और साइबर सुरक्षा जैसी अगली पीढ़ी की तकनीकों के मानकों पर चर्चा हुई। इन चर्चाओं से यह तय हुआ कि भविष्य की प्रौद्योगिकियां कैसे विकसित होंगी और वैश्विक स्तर पर उनका उपयोग किस तरह से किया जाएगा।
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पहली बार एशिया-प्रशांत में आयोजन
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह आयोजन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि यह पहली बार है जब आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए की मेजबानी एशिया-प्रशांत क्षेत्र में की जा रही है। भारत वैश्विक डिजिटल क्रांति में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है, और इस आयोजन से देश की प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बढ़ती ताकत और नेतृत्व क्षमता को और मजबूती मिलेगी।
वैश्विक भागीदारी में दोगुनी वृद्धि
डब्ल्यूटीएसए के साथ ही इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) का आठवां संस्करण भी आयोजित किया जा रहा है। इस बार आईएमसी में भागीदारी पिछले साल की तुलना में दोगुनी हो गई है। आईएमसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रामकृष्ण पी ने कहा कि इस बार 120 से अधिक देशों के प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है। यह आयोजन एशिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी एक्सपो के रूप में आईएमसी की स्थिति को और मजबूत करेगा।
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डिजिटल परिवर्तन में भारत की बढ़ती भूमिका
आईटीयू के अधिकारियों ने बताया कि इस आयोजन से भारत की वैश्विक डिजिटल परिवर्तन में भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी। कई देशों के स्टार्टअप और प्रदर्शक इस बार अपने उत्पाद और सेवाओं का प्रदर्शन करेंगे, जिससे प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे। भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा समर्थित इस आयोजन में 6G और AI जैसी तकनीकों पर चर्चा से यह स्पष्ट हो रहा है कि भारत आने वाले वर्षों में इन क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
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ग्लोबल लीडर्स का भारत में जुटना एक नई शुरुआत
डब्ल्यूटीएसए और आईएमसी के आयोजन ने भारत को वैश्विक प्रौद्योगिकी मानकीकरण के केंद्र में ला खड़ा किया है। 6G, AI, IoT और साइबर सुरक्षा जैसे उभरते हुए क्षेत्रों में मानकीकरण और विकास की दिशा में यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस तरह के वैश्विक आयोजनों से भारत की डिजिटल क्रांति को गति मिलेगी और देश को भविष्य की तकनीकों में अग्रणी बनाने में मदद मिलेगी।डब्ल्यूटीएसए 2024 और आईएमसी का आयोजन भारत के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, जो देश की डिजिटल ताकत को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का मौका प्रदान करेगा। इस सम्मेलन से तकनीकी मानकों पर चर्चा और निर्णय देश को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।