भारतीय महिला क्रिकेट टीम पहले दो मैचों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करारी हार का सामना कर चुकी है, और अब उनका मुख्य उद्देश्य तीसरे और अंतिम वनडे में क्लीन स्वीप से बचना है। यह मैच 11 दिसंबर 2024 को पर्थ के W.A.C.A. ग्राउंड में खेला जाएगा।ऑस्ट्रेलिया ने पहले दो वनडे मुकाबलों में भारतीय टीम को बड़े अंतर से हराया है, पहला मैच 5 विकेट से और दूसरा मैच 122 रनों से, इससे भारतीय टीम की स्थिति मुश्किल हो गई है, और तीसरे मैच में वे वापसी की कोशिश करेंगे।
टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगले साल 50 ओवरों का महिला क्रिकेट विश्व कप होना है, और इस मुकाबले से उन्हें अपनी कमजोरियों को पहचानने और सुधारने का एक अच्छा अवसर मिलेगा। भारतीय टीम की नजरें इस मैच में अच्छा प्रदर्शन करने और क्लीन स्वीप से बचने पर होंगी, जिससे उनकी आत्मविश्वास को भी बढ़ावा मिलेगा।
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दोनों बल्लेबाजों का प्रदर्शन
भारत को सबसे अधिक निराश उसकी दो स्टार बल्लेबाजों, कप्तान हरमनप्रीत कौर और उप कप्तान स्मृति मंधाना, ने किया है। इन दोनों बल्लेबाजों का प्रदर्शन पहले दो वनडे मैचों में अपेक्षाओं के मुताबिक नहीं रहा है।हरमनप्रीत कौर की बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी रही है, और उन्होंने दोनों मैचों में कोई बड़ी पारी नहीं खेली। भारतीय महिला टीम की कप्तान होने के नाते उनकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है, और टीम को उनके अनुभव और नेतृत्व की आवश्यकता है।
स्मृति मंधाना से भारत को थी उम्मीदें
स्मृति मंधाना ने अक्टूबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक जड़ा था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो मैचों में उनकी बल्लेबाजी पूरी तरह से फ्लॉप रही, और वह केवल 17 रन ही बना पाई। स्मृति मंधाना जैसी सलामी बल्लेबाज से भारत को उम्मीदें बहुत अधिक होती हैं, और उनकी फॉर्म में वापसी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगी।तीसरे वनडे में इन दोनों खिलाड़ियों के लिए फॉर्म में लौटना भारतीय टीम के लिए सकारात्मक बदलाव ला सकता है, और टीम को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिल सकती है। इन स्टार खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन भारत की वापसी की कुंजी हो सकता है।
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शेफाली की कमी को पूरा करना रहा चुनौतीपूर्ण
भारत ने शेफाली वर्मा की अनुपस्थिति में कुछ नए संयोजन आजमाए हैं, लेकिन उनके अलावा ऋचा घोष ही अकेले अच्छे प्रदर्शन करने में सफल रही हैं। ऋचा ने दूसरे वनडे में 54 रन बनाकर भारतीय बल्लेबाजों में सबसे उच्चतम स्कोर दर्ज किया। इसके अलावा, भारत के गेंदबाजों ने भी अपनी गेंदबाजी में निरंतरता बनाए रखने में संघर्ष किया है, और क्षेत्ररक्षकों द्वारा कैच टपकाने ने उनकी मुश्किलें और बढ़ाई हैं।
बल्लेबाजों को रन बनाने में हुई कठिनाई
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इस श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन किया है। उनके बल्लेबाजों ने दो शतक और दो अर्धशतक बनाए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि भारतीय टीम के बल्लेबाजों को रन बनाने में कठिनाई हो रही है। ऑस्ट्रेलिया की जॉर्जिया वोल ने पदार्पण मैच में नाबाद 46 और दूसरे मैच में 101 रन बनाए, जो चयनकर्ताओं के फैसले को सही साबित करता है।
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भारत की टीम
हरमनप्रीत कौर (कप्तान),स्मृति मंधाना (उप-कप्तान),प्रिया पुनिया,जेमिमा रोड्रिग्स,हरलीन देयोल,उमा छेत्री,ऋचा घोष (विकेटकीपर),तेजल हसब्निस,दीप्ति शर्मा,मिन्नू मणि,प्रिया मिश्रा,राधा यादव,तितास साधु,अरुंधति रेड्डी,रेणुका सिंह ठाकुर,साइमा ठाकुर।
ऑस्ट्रेलिया की टीम
ताहलिया मैक्ग्रा (कप्तान),एशले गार्डनर (उप-कप्तान),डार्सी ब्राउन,किम गार्थ,अलाना किंग,फोएबे लिचफील्ड,सोफी मोलिनक्स,बेथ मूनी,एलिसे पेरी मेगन शुट्ट,एनाबेल सदरलैंड,जॉर्जिया वोल,जॉर्जिया वेयरहैम।