उ0प्र0 (गाजियाबाद): संवाददाता – प्रवीण मिश्रा
उ0प्र0। गाजियाबाद जिलें में डेंगू का डंक लगातार खतरनाक होता जा रह अब तक गाजियाबाद में डेंगू के 34 मामले सामने आए हैं जिनमें से 21 साल के युवक की मौत हो गई , 3 लोगों का इलाज चल रहा है। सबसे ज्यादा डेंगू के केस शहरी इलाके में पाए जा रहे है। गाजियाबाद नगर निगम की सफाई व्यवस्था चौपट पड़ी है। आलम यह है कि संजय नगर के सरकारी अस्पताल में भी डेंगू का लारवा मिला है।
जिलें में मलेरिया के बढ़ते मरीज
गाजियाबाद में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए लगातार संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया गया डेंगू मलेरिया से मच्छरों पर नियंत्रण करने के लिए लगातार होगी एंटी लारवा गैस और जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान ग्रामीण क्षेत्र में इसलिए मुकम्मल तरीके से चलाया जा रहा है। इसके साथ ही वहां पर मलेरिया विभाग ग्राम प्रधानों के साथ मिलकर अच्छी तरह काम कर लेता है। गांव में प्रधान जरूरी लेवर के साथ-साथ मलेरिया विभाग की टीम का सहयोग करते है। इसलिए वहां पर शायद कोई केस भी नहीं आ रहा और अच्छी तरह से अभियान सफल भी है। लेकिन शहरी इलाके में डेंगू के केस लगातार बढ़ते जा रहे है।
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नगर निगम के पार्षदों ने साफ- सफाई का लगाया आरोप
इस साल यह आंकड़ा अभी तक 34 को पार कर गया इतना ही नहीं गाजियाबाद नगर निगम के पार्षदों का आरोप है कि गाजियाबाद नगर निगम की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी है कि वह साफ सफाई रखें गाजियाबाद नगर निगम पूरी तरह से फिसड्डी साबित हो रहा है खुद नगर निगम के पार्षद ही आरोप लगाते हैं कि निगम की गाड़ियों में तेल नहीं है फागिंग के लिए तेल नहीं है कर्मचारियों से बात करो तो वह काम करने के लिए मना कर देते हैं क्योंकि नगर निगम आर्थिक तंगी से जूझ रहा है यही वजह है कि शहरी क्षेत्र में लगातार डेंगू और मलेरिया के केस बढ़ रहे हैं।
कीटनाशक दवा किया जा रहा छिड़काव
गाजियाबाद देहात क्षेत्र में एंटी लारवा का स्प्रे फागिंग कीटनाशक का छिड़काव इत्यादि उपाय और रोकथाम का कार्य ग्राम प्रधानों के सहयोग से मलेरिया विभाग कर रहा है जबकि शहरी क्षेत्र में महीनों से सफाई व्यवस्था चौपट पड़ी है यही वजह है कि शहर में मच्छर पनप रहे हैं और रोकथाम के उपाय नगर निगम को करने है मगर वह नहीं कर पा रहा हालाके मलेरिया विभाग का कहना है कि नगर निगम के सहयोग से यहां भी इस रोकथाम के लिए एंटी लारवा किया जा रहा है मगर सवाल यह है कि शहरी क्षेत्र में परिणाम क्यों सामने नहीं आ रहे जिससे लोगों को डेंगू के डंक से बचाया जा सके नगर निगम के पार्षद लगातार आरोप लगा रहे हैं और नगर निगम के अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं है वही मलेरिया विभाग का यह दावा है कि हर स्थान पर कार्य किया जा रहा है।
हालांकि नगर निगम के पार्षदों की शिकायत के बाद प्रशासन थोड़ा एक्टिव हुआ है। और कई इलाकों में एंटी लारवा स्प्रे करने के लिए रोकथाम करने के लिए चेकिंग करने के लिए मलेरिया विभाग की टीमें भेजी गई हैं अगर यह पहले से ही नगर निगम एक्टिव होता जागरूक होता रोकथाम के उपाय करता तो शहरी क्षेत्र को भी डेंगू के ढंग से बचाया जा सकता था ।