Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आ चुके है. अब नतीजे सामने आने के बाद बैठकों का दौर शरु होने जा रहा है. राजनीतिक दलों के बीच अब बहुमत का आंकड़ा पाने के लिए नेताओं को मनाने और अपने पाले में करने की कवायद करेंगे. इस चुनाव में कई बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा. मोदी सरकार में कई मंत्रियों से लेकर कांग्रेस और बाकी दलों के नेताओं को हार मिली.वहीं अबकी बार के चुनाव में कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और बड़े अंतर से जीत भी हासिल की. आइए जानते है इस सूची में किस किस के नाम शामिल है…
Read More: Maharashtra में फडणवीस ने स्वीकारी हार की जिम्मेदारी,डिप्टी सीएम पद से इस्तीफे के लिए की पेशकश
साल 2014 और 2019 में कितने निर्दलीय उम्मीदवार संसद पहुंचे ?
आपको बता दे कि निर्दलीय चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों में खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह, कश्मीरी नेता इंजीनियर राशिद और इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह का बेटा सरबजीत सिंह खालसा भी शामिल है. साल 2019 के चुनाव में चार निर्दलीय उम्मीदवार संसद पहुंचे थे. जबकि 2014 के चुनाव में तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीता था. इस बार कम से कम 7 निर्दलीय उम्मीदवार संसद पहुंचे हैं.
मोहम्मद हनीफा
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की लद्दाख की एकमात्र लोकसभा सीट पर स्वतंत्र उम्मीदवार मोहम्मद हनीफा ने जीत हासिल की है. उन्होंने इस सीट पर कांग्रेस के सेरिंग नामग्याल और भाजपा के ताशा ग्यालसन को हरा दिया है. हनीफा ने नामग्याल को 27,862 वोटों के अंतर से चुनाव हराया.
Read More: 400 पार का सपना रहा अधूरा?UP में Rahul-Akhilesh की जोड़ी का दिखा कमाल
इंजीनियर राशिद
बारामूला सीट से निर्दलीय उम्मीदवार इंजीनियर अब्दुल राशिद शेख ने जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन को शिकस्त दी है. अब्दुल राशिद शेख ने उमर अब्दुल्ला को दो लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव हराया.
अमृतपाल सिंह
इस बार के चुनाव में जिन दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत हुई है, उसने पूरे देश को चौंका दिया है. खडूर साहिब लोकसभा सीट से खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की जीत हुई है. बता द कि अमृतपाल सिंह असम के डिब्रूगढ़ की जेल में बंद है. अमृतपाल सिंह ने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 1.97 लाख वोटों से हराया है.
उमेशभाई बाबूभाई पटेल
आपको बता दे कि दमन और दीव सीट से निर्दलीय उम्मीदवार पटेल उमेशभाई बाबूभाई ने बीजेपी के लालूभाई बाबूभाई पटेल को 6,225 वोटों के अंतर से हरा दिया है. दमन और दीव सीट पर 15 साल बाद बीजेपी की हार हुई है.
Read More: नतीजों से पहले EC का उद्धव ठाकरे को नोटिस,जानें क्या है मामला?
विशाल प्रकाशबाबू पाटिल
महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार विशाल (दादा) प्रकाशबाबू पाटिल ने बीजेपी के संजय काका पाटिल को एक लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हरा दिया है. विशाल पाटिल को 5.71 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं.
सरबजीत सिंह खालसा
पंजाब की फरीदकोट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा ने आम आदमी पार्टी के करमजीत सिंह अनमोल को 70 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हार दिया. सरबजीत सिंह खालसा पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे हैं.
राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव
पप्पू यादव बिहार की पूर्णिया सीट से निर्दलीय उम्मीदवार थे. उन्हें 56.75 लाख वोट मिले हैं. पप्पू यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 23847 वोटों से हराया है. पप्पू यादव इससे पहले भी दो बार निर्दलीय सांसद रहे हैं और दोनों ही बार वह पूर्णिया सीट से ही संसद पहुंचे थे. पप्पू यादव ने पूर्णिया लोकसभा सीट से 1991 और 1999 का चुनाव भी बतौर निर्दलीय उम्मीदवार ही जीता था.
Read More: IndiGo फ्लाइट को मिली बम से उड़ाने की धमकी,क्रू मेंबर को मिली एक चिट्ठी