बिहार (सुपौल): संवाददाता- चंदन भारती
बिहार(सुपौल)। सुपौल जिले के पिपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत निर्मली पंचायत में एक आम सभा के दौरान महा दलित महिला के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। आरोप है कि निर्मली पंचायत के वार्ड 10 स्थित भागीरथ बाबा अखराहा परिसर में आज स्वच्छता पर्यवेक्षक के चयन को लेकर आम सभा का आयोजन किया गया था। पंचायत सचिव संजीव कुमार और प्रखंड स्वच्छता समन्वयक मनोज कुमार राय की उपस्थिति में आयोजित आमसभा के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
इस दौरान स्थानीय सुकल सादा की पत्नी देवकी देवी ने पंचायत के ही राघवेंद्र सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसके बाद मुखिया बिफर पड़े और ग्रामीणों से बहसबाजी शुरू हो गई। इसी बीच जब अन्य महिलाएं भी आगे आई तो मुखिया हरिनंदन मंडल और उसके समर्थक महिला के साथ मारपीट करने लगे।
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महिला ने आपत्तिजनक शब्द और मारपीट का लगाया आरोपः
जिसमें मारपीट के दौरान देवकी देवी को गंभीर चोटे आई है। स्थानीय लोगों के सहयोग से जख्मी महिला को उपचार के लिए सदर अस्पताल सुपौल लाया गया है। जहां पर घायल महिला का उपचार चल रहा है। महिला ने मुखिया पर महा दलित महिला के कपड़े फाड़ने और आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग का आरोप है। चयन को लेकर बताया जा रहा है कि मुखिया हरिनंदन मंडल द्वारा करीब 2 महीने पहले अवैध तरीके से अपने सगे भाई ललन मंडल का स्वच्छता पर्यवेक्षक के रूप में चयन कर लिया गया था।
स्वच्छता पर्यवेक्षक के चयन को लेकर एक सभा आयोजित की गई थी। जिसमें खुली बैठक में इस पद का चयन होना था। इसके पहले दबंग मखिया ने अपनी दबंगई के बदौलत अपने भाई का उस पद पर चयन कर लिया था। जिसका बाद में ग्रामीणों ने विरोंध किया था। और इस धांधली तरीके से किए गए चयन को लेकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलें के जिलाधिकारी से किया था। जिसके बाद डीएम ने चयन में हुई धांधली की जांच बीडीओ को सौंपी थी। बीडीओ की जांच चयन मे हुए धांधली को लेकर सब सही और पाया गया। जिसके बाद बीडीओ द्वारा उस चयन प्रक्रिया निरस्त कर दोबारा चयन करने का निर्देश दिया था।
डीएम ने चयन धांधली पर दिए जांच के निर्देश
जिसके बाद राघवेंद्र ने इसकी शिकायत सुपौल डीएम से कर दी। डीएम आलोक के आदेश के बाद पिपरा बीडीओ ने जांच कर ललन के चयन को निरस्त कर दिया। जिसके बाद आज दोबारा पंचायत में आम सभा का आयोजन किया गया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुखिया द्वारा मनमानी करते हुए आज फिर से ललन के चयन का दबाव बनाया जा रहा था। जबकि राघवेंद्र पूर्व से ही पंचायत में स्वच्छता ग्राही के रूप में कार्य करता रहा था। ऐसे में वार्ड 10 की वार्ड सदस्य वार्ड सदस्य संध्या देवी सहित अन्य महिलाओं ने प्रशासन से मुखिया के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।