Input-Nandani
Tulsi Plant: पौराणिक ग्रंथों में तुलसी के पौधे को पूजनीय, पवित्र और देवी का दर्जा दिया गया है। आयुर्वेद में इसके बहुत ही ज्यादा महत्व बताये गये है। हिंदू धर्म में आमतौर पर तुलसी का पौधा लगभग हर घर में देखा जाता है। तुलसी का पौधा हमारे लिए धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही महत्व रखता है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में तुलसी का वास होता है, वहां तरक्की के साथ सुख-शांति और धन की संपन्नता अपने आप ही हो जाती है। तुलसी वातावारण को शुद्ध और प्रदूषण रहित करने के साथ-साथ घर परिवार में आरोग्य की जड़ें मज़बूत करती है और श्रद्धा भाव को भी जीवित रखती है।
Read More: नल कनेक्शन देने में UP ने इन राज्यों को पछाड़ा
तुलसी के पौधे का धार्मिक महत्व
तुलसी को लेकर हिंदू धर्म में अलग- अलग मान्यता है कि तुलसी के बिना भगवान श्री हरि और श्रीकृष्ण की पूजा अधूरी रहती है। इसके अलावा तुलसी का भोग हनुमान जी को भी लगाया जाता है।
पौराणिक कथा है कि बिना तुलसी के भोग के हनुमान जी संतुष्ट नहीं होते हैं। सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि तुलसी के पत्ते को गंगाजल के साथ मृत व्यक्ति के मुंह में रखने से व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है और उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
तुलसी और गंगाजल को पूजा में कभी भी बासी नहीं माना जाता है। ये दोनों ही चीजें किसी भी परिस्थिति में बासी या अपवित्र नहीं माना जाता है।शास्त्रों में उल्लेख है कि तुलसी का पौधा घर के आंगन में लगाने से और सेवा करने से मनुष्य के पिछले जन्म के सारे पाप मिट जाते हैं।
ऐसी भी मान्यता है कि अगर घर तुलसी की पूजा हर रोज नियमित तौर से की जाती है तो घर में यमदूत कभी प्रवेश नहीं करते। इसके अलावा सुख और समृद्धि घर में बनी रहती है। तुलसी के पौधे का महत्व तमाम हिंदू ग्रंथों और शास्त्रों में बताया गया है। तुलसी के पौधे की कई गुण पद्मपुराण, ब्रह्मवैवर्त, स्कंद पुराण, भविष्य पुराण और गुरुड़ पुराण में बताई गई है।
तुलसी के पौधे का आयुर्वेदिक महत्व
औषधीय उपयोग की दृष्टि से तुलसी की पत्तियां ज्यादा गुणकारी मानी जाती हैं। इन पत्तियों को आप सीधे पौधे से तोड़कर खा सकते हैं। तुलसी के पत्तों की तरह तुलसी के बीज के फायदे भी अनगिनत होते हैं। कई आयुर्वेदिक चिकित्सक तुलसी के बीज और पत्तियों के चूर्ण का सेवन करने की सलाह देते हैं। इन पत्तियों में कफ-वात दोष को कम करने, पाचन शक्ति एवं भूख बढ़ाने और रक्त को शुद्ध करने वाले गुण होते हैं।
इसके अलावा तुलसी के पत्ते बुखार, दिल से जुड़ी बीमारियां, पेट दर्द, मलेरिया और बैक्टीरियल संक्रमण आदि के इलाज में बहुत फायदेमंद हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, राम तुलसी की तुलना में श्याम तुलसी या काली तुलसी में अधिक औषधीय गुण पाए जाते हैं।