सम्भल जिले में स्वास्थ सम्बन्धी संस्थानों पर प्रतिष्ठित अखबार के तथाकथित जिला प्रभारी की अवैध उगाही का भंडाफोड़ हुआ है
जनपद सम्भल के तीनो तहसीलों में स्थित स्वास्थ सम्बन्धी संस्थान क्लीनिक अल्ट्रा साउंड सेंटर लैब तथा अस्पताल मेडिकल आदि को अपना निशान बनाते थे और लाखो रुपए की अवैध उगाई खबर छापने के नाम पर लोगो को डरा धमका कर करते थे।
सम्भल जिले में स्वास्थ सम्बन्धी संस्थानों पर प्रतिष्ठित अखबार के तथाकथित जिला प्रभारी की अवैध उगाही का भंडाफोड़ हुआ है
जनपद सम्भल के तीनो तहसीलों में स्थित स्वास्थ सम्बन्धी संस्थान क्लीनिक अल्ट्रा साउंड सेंटर लैब तथा अस्पताल मेडिकल आदि को अपना निशान बनाते थे और लाखो रुपए की अवैध उगाई खबर छापने के नाम पर लोगो को डरा धमका कर करते थे।
वैसे तो मीडिया को समाज में बहुत ऊंचा स्थान दिया जाता है समाज के दबे कुचले लोगों की आवाज बनकर अधिकारी तथा राजनेताओं के कानों में गूंजती है और उनका सहारा बनती है
चंदौसी के रहने वाले नटवर लाल ने सम्भल जिले का एशा कोई स्थान नहीं छोड़ा जहां अस्पताल अल्ट्रा साउंड सेंटर लैब, क्लीनिक के संचालक पर खबर छाप कर कार्यवाही करने का भय दिखा कर अवैध वसूली ना की हो l
आखिर स्वास्थ संस्था चलाने वाले लोगों पर जब नटवर लाल द्वारा ज्यादा उत्पीड़न किया जाने लगा तो पीड़ित संचालक के सब्र का बांध टूट गया और सबक सिखाने के लिए सबूत जुटाना सुरू कर दिया l
दरासल पूरा मामला संभल जनपद के थाना कैलादेवी
इलाके के भवौरी पट्टी के रहने वाले मुनीश कुमार पुत्र सरनाम सिंह का है जिसने प्रतिष्ठित अखवार के तथाकथित प्रभारी के खिलाफ लाखो रुपए की अवैध उगाई खबर छापने का भय दिखाकर करने का आरोप लगाते हुए एक शिकायती पत्र चंदौसी कोतवाली में दिया है जिसमे पीड़ित का आरोप है कि रुपए का लेनदेन गुगल पे, फोन पे, से किया गया है जिसके स्क्रीन सॉट्स को सबूत तौर पर कोतवाली चंदौसी में दिए गए है l पीड़ित ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से भी की है पीड़ित मुनीश कुमार ने कहा है की यदि मुझे न्याय नहीं मिला तो में मुख्य मंत्री के यह इसकी शिकायत करेंगे अब देखना यह होगा की संभल पुलिस इस मामले में क्या कार्यवाही करती है।