IIT: सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप और मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान लेने के बाद सरकार ने फैसला किया कि वह छात्र की पूरी मदद करेंगे। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने तत्काल अतुल की हर संभव मदद करने का दिया निर्देश। उत्तर प्रदेश सरकार ने मुजफ्फरनगर निवासी दलित छात्र अतुल कुमार को आईआईटी धनबाद में प्रवेश दिलाने में मदद करेगी। इतना ही नहीं, सरकार ने कहा है कि समाज कल्याण विभाग छात्रवृत्ति के माध्यम से छात्र की पूरी फीस वहन करेगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “राज्य की छात्रवृत्ति योजना के तहत, समाज कल्याण विभाग छात्रवृत्ति के माध्यम से आईआईटी की पूरी फीस वहन करेगा ताकि अतुल की शिक्षा सुनिश्चित हो सके।
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फीस जमा न होने से वजह अटक गया दाखिला
मुजफ्फरनगर जिले की खतौली तहसील के टिटोडा गांव निवासी अतुल ने आईआईटी जेईई परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग ब्रांच में सीट हासिल की थी, लेकिन 24 जून तक फीस जमा न होने के कारण उनका दाखिला अटक गया। अतुल के पिताजी राजेंद्र कुमार एक दिहाड़ी मजदूर हैं। अतुल ने कड़ी मेहनत के दम पर कठिन परीक्षा को पास कर आईआईटी धनबाद में सीट हासिल की थी,
जिसे वह समय पर फीस जमा न करने के कारण खो चुका था। परिजनों ने तमाम कोशिशें करने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप और मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आने के बाद सरकार ने छात्र की पूरी मदद करने का फैसला किया। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने तत्काल अतुल की हर संभव मदद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
असीम अरुण ने दिलाया आश्वासन
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने छात्र के परिवार से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उसकी पूरी शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। राज्य सरकार ने आईआईटी धनबाद से भी संपर्क किया है और प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार की इस पहल के तहत न केवल अतुल की शुरुआती फीस जमा की जाएगी, बल्कि पूरे चार साल की पढ़ाई की फीस भी छात्रवृत्ति के जरिए दी जाएगी।