Emergency Alert : क्या आपके मोबाइल में भी ‘इमरजेंसी अलर्ट’ आया है? आपको बता दे कि तेज बीप के साथ कई लोगों के स्मार्टफोन की स्क्रीन में एक मैसेज दिखाई दिया। यह मैसेज हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में प्रसारित हुए इस ‘इमरजेंसी अलर्ट मैसेज को पढ़कर कई लोग कन्फ्यून हो रहें, तो कुछ लोग घबरा रहे , लेकिन आपके बता दे कि इस मैसेज में आपको घबराने की जरुरत नहीं है और नहीं कन्फ्यून होना है। इस मैसेज में साफतौर पर लिखा गया है कि यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग की ओर से सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के जरिए भेजा गया सैंपल टेस्ट मैसेज है। इसके बावजूद कई लोग इस मैसेज को समझ नहीं पाए हैं। आइए जानते हैं क्या है यह पूरा मामला।
मैसेज की शुरुआत..
तेज बीप के साथ फ्लैश हुए मैसेज की शुरुआत ‘इमरजेंसी अलर्ट’ लिखने के साथ हुई। मैसेज में बताया गया है कि (हिंदी में) यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग की ओर से सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के जरिए भेजा गया एक सैंपल टेस्ट मैसेज है। कृपया इस मैसेज पर ध्यान ना दें, क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी एक्शन की जरूरत नहीं है। यह मैसेज राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (National Disaster Management Authority) द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे पैन इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम टेस्टिंग को जांचने के लिए भेजा गया है। इस सिस्टम का मकसद पब्लिक सेफ्टी को बढ़ाना और इमरजेंसी के दौरान टाइम पर अलर्ट भेजना है।
इस वजह से मैसेज की टेस्टिंग की गई..
आपको इस मैसेज के कारण बहुत चिंता करने की जरूरत नहीं है। NDMA की जिम्मेदारी है कि वह आपदा के हालात में लोगों की मदद करे। भूकंप आने या बाढ़ आने जैसे हालात में सरकार लोगों को समय रहते अलर्ट कर पाए, इसी वजह से मैसेज की टेस्टिंग की गई है। जानकारी के अनुसार, पिछले महीने भी कई लोगों के स्मार्टफोन में ऐसा मैसेज फ्लैश हुआ था।
राहत आयुक्त कार्यालय से जारी हुआ प्रेस रिलीज
दूरसंचार विभाग के सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम ने कहा कि मोबाइल ऑपरेटरों और सेल प्रसारण प्रणालियों की आपातकालीन चेतावनी प्रसारण क्षमताओं की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे परीक्षण किए जाएंगे।