Kangana Ranaut: मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) द्वारा किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. एसकेएम ने कंगना की टिप्पणियों को अपमानजनक और तथ्यात्मक रूप से गलत बताते हुए उनके बयानों को किसानों का अपमान करार दिया है. एसकेएम ने एक बयान में कहा, “यह दुखद है कि आदतन किसानों का अपमान करने वाली इस सांसद ने अब भारतीय किसानों को हत्यारा, बलात्कारी, साजिशकर्ता और राष्ट्र-विरोधी कहकर सारी हदें पार कर दी हैं.”
भाजपा की नीतियों पर एसकेएम का आरोप
बताते चले कि एसकेएम ने आरोप लगाया कि भाजपा की यह नीति लंबे समय से चली आ रही है कि वह किसानों के आंदोलन को अपमानित और बदनाम करने का प्रयास करती है. उन्होंने कहा, “किसानों के विरोध का शांतिपूर्ण और संविधान में निहित मौलिक अधिकारों के अनुरूप रहना हमारी प्राथमिकता है, चाहे जितना भी उकसावा और अपमान किया जाए.” एसकेएम ने किसान आंदोलन की सबसे बड़ी उपलब्धि इसकी पवित्रता को बताया, जिसमें 736 किसानों ने अपनी जान गंवाई थी. इनमें लखीमपुर खीरी नरसंहार के पीड़ित भी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री से की ये मांग
आपको बता दे कि एसकेएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी पार्टी की सांसद द्वारा किसान आंदोलन को लेकर की गई टिप्पणियों के लिए माफी मांगने की मांग की है. उन्होंने कहा, “यह समय है कि प्रधानमंत्री भारत के अन्नदाताओं के साथ खड़े हों और अपनी पार्टी के सदस्यों को किसानों का अपमान करने की अनुमति न दें. यह न केवल उनका संवैधानिक कर्तव्य है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि भारत के लोग उनसे यही उम्मीद करते हैं.”
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कंगना रनौत को माफी मांगने की सलाह
एसकेएम ने भाजपा सांसद कंगना रनौत को अपने अनुचित और गलत बयानों के लिए बिना शर्त माफी मांगने की नसीहत दी है. एसकेएम ने चेतावनी दी है कि अगर कंगना माफी नहीं मांगतीं, तो उनके सार्वजनिक बहिष्कार का आह्वान किया जा सकता है. एसकेएम ने कंगना को सलाह दी कि वे भारत में किसान आंदोलन को राष्ट्रविरोधी करार देने से पहले इसके इतिहास और राजनीति को समझने की कोशिश करें.
भाजपा का कंगना के बयान से किनारा
भाजपा ने कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के बयान से खुद को अलग करते हुए कहा है कि उनका बयान पार्टी की राय नहीं है. पार्टी ने कहा, “किसान आंदोलन के संदर्भ में कंगना रनौत द्वारा दिया गया बयान भाजपा की राय नहीं है. कंगना रनौत को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बयान देने की न तो अनुमति है और न ही वह इसके लिए अधिकृत हैं.” पार्टी ने स्पष्ट किया कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सामाजिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है.
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कांग्रेस का भाजपा पर हमला
कांग्रेस ने कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के बयान के लिए भाजपा पर निशाना साधा है. पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “कंगना ने अन्नदाताओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया और उन्हें हत्यारा व बलात्कारी कहा. उन्होंने 700 से अधिक किसानों की शहादत के बावजूद शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को चीन और अमेरिका द्वारा प्रायोजित बताया. चूंकि हरियाणा में चुनाव हैं और भाजपा को हार का डर है, इसलिए उन्होंने कंगना के बयान से किनारा कर लिया. कंगना रनौत को संसद में बैठने का कोई अधिकार नहीं है. उन्हें और भाजपा को किसानों से माफी मांगनी चाहिए.”
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