Rajasthan Accident News: राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ में दर्दनाक सड़क हादसे में तीन मासूमों समेत पांच लोगों की जान चली गई। यह हादसा रतनगढ़ के संगम चौराहे पर ट्रेलर और टैम्पो की टक्कर से हुआ। इस हादसे में तीन बच्चे और दो अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को सामाजिक कार्यकर्ता रामवीरसिंह राईका ने निजी साधनों से रतनगढ़ जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद दो को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
Read more: Drishti IAS पर सील के बाद अब Khan Sir के कोचिंग सेंटर पर लगा ताला, निकली ये बड़ी खामियां
मेगा हाइवे पर हुआ हादसा
यह घटना मेगा हाइवे के संगम चौराहे के पास हुई। चूरू के नाथों की ढाणी के पास एक और सड़क हादसे में मेघसर के सरकारी स्कूल के 30 बच्चे घायल हो गए। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और तीन बच्चों की हालत गंभीर है। यह हादसा तब हुआ जब बच्चे शिक्षक भागुराम मेघवाल की रिटायरमेंट पार्टी में जा रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार, फेरी लगाकर सामान बेचने वाला गुजराती परिवार बीकानेर रोड पर टैंट लगाकर निवास कर रहा था।
ये लोग मेगा हाइवे पर टैम्पो में सवार होकर पानी भरने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान रतनगढ़ के संगम चौराहे पर एक ट्रेलर ने टैम्पों को टक्कर मार दी, जिससे टैम्पों में सवार तीन बच्चों की मौत हो गई और 18 वर्षीय कंचन, 10 वर्षीय जालम और 40 वर्षीय मिताबेन घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां जालम और कंचन को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
केम्पर पलटने से बच्चों की हालत गंभीर
जानकारी के अनुसार, इस हादसे में 50 वर्षीय अशोक मीणा और 12 साल के एक बच्चे की मौत हो गई है। यह घटना सुबह करीब 9 बजे हुई जब सभी बच्चे एक केम्पर में सवार होकर पार्टी वेन्यू की ओर जा रहे थे। नाथों की ढाणी के पास अचानक केम्पर पलट गया और सभी बच्चे घायल हो गए। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। घटना के बाद तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया और सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पास के अस्पताल में ले जाया गया। चार बच्चों को गंभीर चोटें आईं, जिससे उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है। मरने वाले बच्चों की उम्र 10 से 15 साल के बीच बताई जा रही है।
घटनास्थल पर पहुंचे विधायक
घटना के बाद कोहराम मच गया। पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। समाचार लिखे जाने तक मृतकों के नाम पता नहीं चल पाए हैं। सूचना पर विधायक पुसाराम गोदारा भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इस तरह की दुर्घटनाएँ हमारे सड़कों पर सुरक्षा मानकों की गंभीर कमी को उजागर करती हैं। बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए और ऐसे हादसों से बचने के लिए सख्त नियम और उनकी सख्ती से पालन की आवश्यकता है। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करते हुए दोषियों को सजा देनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
इस हादसे से हमें यह सबक लेना चाहिए कि सड़क सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। प्रशासन को चाहिए कि वह सड़कों पर वाहनों की गति पर नियंत्रण रखे और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करे। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यात्रा के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे हादसों को रोकने के लिए सरकार और नागरिक दोनों को मिलकर काम करना होगा।