लखनऊ संवाददाता- Mohd Kaleem…
लखनऊ: ठाकुरगंज पुलिस ने दरोगा व सिपाही पर हमला कर फरार हुए हिस्ट्रीशीटर रजा हुसैन उर्फ हुक्की को मुम्बई के मुम्ब्रा से गिरफ्तार किया है। हुक्की के साथ उसके पिता रियासत, दो भाई और चाचा को भी पकड़ा गया है। आरोपी मुम्बई में किराए पर कमरा लेकर एक फैक्टरी में काम कर रहे थे।
दरोगा और सिपाही घायल हुए थे…
इंस्पेक्टर विकास राय के मुताबिक चार अगस्त को दरोगा अशोक सिंह और सिपाही अनिल कुमार मारपीट के मुकदमे में वांछित राज हुसैन उर्फ हुक्की को पकडऩे गए थे। पुलिस टीम को देखते ही हुक्की ने परिवार के साथ मिल कर हमला किया था। जिसमें दरोगा और सिपाही घायल हुए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद रजा हुसैन उर्फ हुक्की, पिता रियासत, भाई इमरान उर्फ इम्मो, शहनवाज और चाचा मोहसिन उर्फ कल्लू घर छोड़ कर फरार हो गए। पांच अगस्त को चारबाग स्टेशन से सभी लोग ट्रेन पकड़ कर मुम्बई चले गए। जहां आरोपियों ने मुम्बा में कमरा किराए पर लिया और एक फैक्टरी में मजदूरी करने लगे।
इंस्पेक्टर के मुताबिक 10 अगस्त को हमले में शामि साहिल उर्फ अण्डा को गिरफ्तार किया. गया था। जिससे पूछताछ में आरोपियों के मुम्बई में छिपे होने का पता चला। सर्विलांस की मदद से पुलिस लगातार आरोपियों पर नजर बनाए हुई थी। लोकेशन मुन्द्रा में मिलने पर पांच आरोपियों को पकड़ा गया।
कथित बीजेपी नेता जेल से छूटने के बाद भी पैथोलॉजी कंपनी व सरकार को कर रहा बदनाम…
लखनऊ: सरकारी अस्पताल व चिकित्सा संस्थानों में पैथोलॉजी जांच करने वाली कंपनी से 10 करोड़ रुपए की रंगदारी मामले में जेल से छूटते ही कथित बीजेपी नेता ने फिर से कंपनी व सरकार को बदनाम करना शुरू कर दिया है। बिना सुबूत फर्जी तरीके से वह कंपनी की छवि धूमिल कर रहा है। यह बातें शनिवार को गोमतीनगर स्थित एक होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान पीओसिटी कंपनी के निदेशक अभय अग्रवाल ने कही। उन्होंने मुख्यमंत्री से कथित नेता पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
10 करोड़ रुपए रंगदारी मांगने मामले में…
अभय अग्रवाल ने बताया कि 10 करोड़ रुपए रंगदारी मांगने मामले में कथित नेता राजेश खन्ना बीते साल जेल जा चुका है। इसके अलावा चौक कोतवाली में उसके खिलाफ एक अन्य गंभीर मामले में मुकदमा भी दर्ज है। जेल से छूटते ही उसने कंपनी की छवि खराब करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने इन्वेस्टर समिट में 500 करोड़ रुपए का निवेश करने का एमओयू साइन किया है। कंपनी को काम करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कथित नेता कंपनी का दुष्प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह कथित नेता ड्रग कारपोरेशन के अधिकारियों पर भी दबाव बनाता है। अभय अग्रवाल ने बताया कि नीरज बोरा समेत कई अन्य विधायकों ने लेटर पैड पर इसे नेता न होने की शिकायत किया था। जिसके बाद से वह विरोधी पार्टी के एक नेता संग सांठगांठ करके सरकारी विरोधी नीति चलाकर कंपनी व सरकार की छवि खराब कर रहा है। उन्होंने मांग किया सरकार व शासन को ऐसे कथित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।