Maharasthra Rain: महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में जारी भारी बारिश ने जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मुंबई, पुणे, पालघर और अन्य शहरों में सड़कों, रेलवे पटरियों और घरों में पानी भर गया है। इस स्थिति ने सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को भी प्रभावित किया है और कई स्थानों पर नावों की जरूरत पड़ रही है। मानसून के शुरू होते ही कई शहरों में बारिश कहर बनकर बरस गयी है। महाराष्ट्र (Maharasthra) के कई शहरों में बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही। यहां तक की मुंबई में तो सड़कें तालाब बन गई है।
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मुंबई और पुणे में स्थिति दयनीय
मुंबई में लगातार हो रही बारिश के कारण जलभराव ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। एयर इंडिया ने अपनी उड़ानों की आवाजाही में संभावित रुकावट की जानकारी दी है। यात्रियों को हवाईअड्डे पर समय से पहले पहुंचने की सलाह दी गई है। पुणे में भी स्थिति ठीक नहीं है; भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया है और शहर के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं। वहीं बिगड़े मौसम के मिजाज का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां चार लोगों की मौत की खबर सामने आई है। बारिश के चलते तीन लोगों की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के तहत कुछ स्थानों पर स्कूल और कॉलेजों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। पुणे के अधरवाड़ी गांव में चट्टान खिसकने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि गुरुवार तड़के तीन लोगों की मौत बिजली का करंट लगने से हुई। ये तीन लोग अपने डूबे ठेले को हटाने की कोशिश कर रहे थे जब करंट लग गया।
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विभाग की आपातकालीन सेवाएं
भारी बारिश के बीच पुणे अग्निशमन विभाग ने इन्फ्लेटेबल रबर बोट की मदद से लोगों को बचाया। मुंबई के अंधेरी इलाके में भी जलभराव के कारण सबवे की आवाजाही बंद कर दी गई है। पालघर के कलेक्टर कार्यालय ने भी स्थिति को देखते हुए सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं।
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समाधान और सुरक्षा उपाय
- तत्काल राहत कार्य: प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेज किया जाना चाहिए। पानी की निकासी और बाढ़ से सुरक्षा के लिए इन्फ्लेटेबल बोट और अन्य संसाधनों का उपयोग किया जाना चाहिए।
- सार्वजनिक परिवहन में सुधार: रेलवे और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को आपातकालीन योजना के तहत संचालन करना चाहिए। यात्रियों को समय पर जानकारी और वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराए जाएं।
- सतर्कता और जागरूकता: लोगों को मौसम संबंधी अपडेट्स और सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
- भविष्य की तैयारी: लंबी अवधि के लिए बाढ़ प्रबंधन और जल निकासी योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटा जा सके।
इस समय, राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्हें सुनिश्चित करना होगा कि राहत और पुनर्वास कार्य तेजी से और प्रभावी ढंग से किए जाएं ताकि प्रभावित लोगों को जल्दी से सामान्य स्थिति में लाया जा सके।