Hathras Stampede: हाथरस में हुए हादसे के बाद मंगलवार देर रात भोले बाबा मैनपुरी के बिछवां कस्बा स्थित अपने आश्रम पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने आश्रम की घेराबंदी कर दी और बाबा को नजरबंद कर दिया। हालांकि, पुलिस आश्रम में बाबा की मौजूदगी से इनकार कर रही है। इसके बावजूद, आश्रम के आसपास पुलिस की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद भोले बाबा रात को ही हाथरस (Hathras Stampede) से बिछवां स्थित अपने आलीशान आश्रम में आ पहुंचे। इसकी जानकारी होते ही पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया और सीओ भोगांव सुनील कुमार सिंह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए।
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रातभर बढ़ती रही पुलिस की संख्या
जैसे-जैसे रात बीतती गई, फोर्स की संख्या भी बढ़ती गई। भोगांव, कुर्रा, किशनी आदि थानों की फोर्स भी आश्रम के बाहर पहुंच गई। आश्रम की घेराबंदी करने के साथ ही बाबा को नजरबंद कर दिया गया है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने बाबा के आश्रम में मौजूद होने की बात से इनकार किया है। बुधवार की शाम से ही आश्रम के आसपास पुलिस ही पुलिस नजर आ रही थी।
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आश्रम के सेवादार ने की बाबा के छिपे होने की पुष्टि
आश्रम के एक सेवादार ने बाबा के आश्रम में होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को दिन में 3 बजे बाबा आश्रम में आए और तभी से आश्रम में किसी के भी आने-जाने पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद, पुलिस इस बात से लगातार इनकार कर रही है कि बाबा आश्रम के अंदर है। साथ ही, खुफिया विभाग की टीमें भी कस्बा बिछवां में आश्रम के आसपास डेरा जमाए हुए हैं। मैनपुरी के कस्बा बिछवां स्थित भोले बाबा के आश्रम के अंदर की स्थिति जानने के लिए लोग बेचैन नजर आ रहे हैं। अनुयायियों की भीड़ जुटी है, वहीं पुलिस सतर्कता बरत रही है। बाबा के करीब 21 बीघा में फैले आश्रम को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। इसका प्रबंधन कैसे और कौन कर रहा है? इस पर भी चर्चाएं हो रही हैं। आखिर पुलिस प्रशासन करना क्या चाह रहा है?
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भोले बाबा का रहस्यमयी अतीत
उत्तर प्रदेश के जनपद एटा क्षेत्र के बहादुर नगर निवासी सूरजपाल सिंह जाटव ने कभी इटावा पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी की। खुफिया विभाग में कार्य करने के बाद अचानक से गायब हो गए और फिर एक दिन साकार विश्व हरि भोले बाबा के नाम से लोगों के सामने आए। इसके बाद से सत्संग का सिलसिला शुरू हुआ और बाबा के लाखों अनुयायी बन गए।
आश्रम के अंदर छुपे रहस्यों की तलाश जारी
इतने कम समय में कस्बा बिछवां में 21 बीघा क्षेत्र में आलीशान आश्रम का संचालन और क्रिया-कलाप को लेकर अब लोगों के बीच चर्चाएं शुरू हो रही हैं। यहां पर बाबा का स्थायी ठिकाना है, तो जाहिर सी बात है कि अंदर कई राज भी छिपे होंगे। लोग इन रहस्यों को जानने के लिए काफी जिज्ञासु हैं, लेकिन पुलिस के अधिकारी इस बारे में कुछ भी बताने से बच रहे हैं।
मंगलवार शाम से ही बिछवां स्थित आश्रम में बाबा साकार विश्व हरि छिपकर बैठे हैं। बुधवार शाम तक कोई भी आश्रम से बाहर नहीं निकला। बुधवार को शाम 7 बजे के करीब छह-सात लोग आश्रम से बाहर निकले। इनमें से दो के हाथ में दरांती थीं। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है और लोग आश्रम के अंदर के रहस्यों को जानने के लिए बेचैन हैं। प्रशासन की ओर से स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
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