आपके फोन पर भी ‘इमरजेंसी अलर्ट’ का मैसेज आया है, दरअसल, कई यूजर्स के फोन पर इमरजेंसी का एक मैसेज आया है। तो डरने की जरूरत नहीं है। यह मैसेज भारत सरकार की ओर से भेजा जा रहा है।

Emergency Alert Message: कल यानि 17 अगस्त को दोपहर 1.35 बजे सभी एंड्रॉयड फोन पर इमरजेंसी अलर्ट आया है। तो डरने की जरूरत नहीं है। यह मैसेज भारत सरकार की ओर से भेजा जा रहा है। दरअसल, सरकार एक अलर्ट सिस्टम टेस्ट कर रही है, जिसके लिए इस मैसेज को भेजा गया है। देश के स्मार्टफोन में टेस्ट फ्लैश भेजकर इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम का निरीक्षण किया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा यह संदेश टेस्ट पैन-इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है।
दूसरे चरण की थी टेस्टिंग…

गुरुवार को कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल के दूसरे चरण की टेस्टिंग की गई है। आने वाले महीनों में सरकार लोगों को भूकंप, सुनामी, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से सचेत करना चाहती है। इसके लिए सरकार टीवी, रेडियो, मोबाइल और रेलवे स्टेशनों पर अलर्ट मैसेज प्रसारित करने की योजना बना रही है।
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कितने बजे भेजा गया मैसेज?

इस सिस्टम को टेस्ट के लिए फ्लैश मैसेज दोपहर 1.30 बजे जियो और BSNL के सब्सक्राइबर्स को भेजा गया था। ये मैसेज C-DOT (सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम बाय डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम) के जरिए भेजा गया था। हालांकि, इस फ्लैश मैसेज के बाद एक और मैसेज आया, जिसमें लोगों को इनफॉर्म किया गया कि ये एक टेस्ट मैसेज था। C-DOT के मुताबिक, अलग-अलग रीजन में इसी तरह के दूसरे टेस्ट भी किए जाएंगे।
क्या लिखा था मैसेज में?

C-DOT के CEO राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि ये टेक्नोलॉजी फिलहाल एक फॉरेन वेंडर के जरिए उपलब्ध है, इसलिए C-DOT इस सिस्टम को इन-हाउस विकसित कर रहा है। उन्होंने बताया, ‘सेल ब्रॉडकास्टिंग टेक्नोलॉजी पर अभी काम चल रहा है। इसे NDMA (नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी) द्वारा इम्प्लीमेंट में किया जाएगा, जिसका इस्तेमाल इमरजेंसी के वक्त सीधे फोन पर मैसेज भेजने के लिए किया जाएगा। इस टेक्नोलॉजी को फिलहाल जियो और BSNL पर टेस्ट किया गया है।’
एक साल में 2770 की गई जान…

आईएमडी के अनुसार, भारत में प्राकृतिक आपदा की घटना में 2002 में 2,770 लोगों की जान गई है। उनमें से 1,580 लोगों की मौत कथित तौर पर बिजली गिरने और तूफान के कारण हुई। विश्व मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 1970 और 2021 के बीच भारत में 573 आपदाएं हुईं, जिनमें 1,38,377 लोगों की जान चली गई।
आपदाओं से निपटने के लिए बेहतर ढंग से तैयारी हो…

दूरसंचार विभाग के सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम ने कहा कि मोबाइल ऑपरेटरों और सेल प्रसारण प्रणालियों की इमरजेंसी अलर्ट प्रसारण क्षमताओं की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर ऐसे परीक्षण किए जाएंगे। सरकार, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ काम कर रही है, ताकि भूकंप, सुनामी और बाढ़ जैसी आपदाओं से निपटने के लिए बेहतर ढंग से तैयारी हो सके।
फोन पर आ रहे इमरजेंसी अलर्ट का क्या है मलतब ?

आपको बता दें कि अगर आपके पास भी ऐसे कोई Emergency Alerts के मैसेज आए हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। ये अलर्ट सरकार की ओर से भेजे जा रहे हैं। यह इंडियन वायरलेस टेलीग्राफी रूल्स (Indian Wireless Telegraphy Rules), 2023 के तहत काम कर रहे हैं। Reliance Jio, Airtel और Vi सभी कंपनियों के मोबाइल नंबर पर ऐसे मैसेज मिलते रहेंगे।