लखनऊ संवाददाता- MOHD KALEEM
- चार साल से फरार नीलम के चार साथी पहले से ही काट रहे जेल
लखनऊ। एसटीएफ ने हैलोराइड की निदेशक नीलम वर्मा को मानक नगर से गिरफ्तार किया है। नीलम पर आठ हजार निवेशकों से 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप है। चार साल से फरार नीलम के चार साथी पहले से जेल में बंद हैं। इनमें गैंग लीडर अभय कुशवाहा भी शामिल हैं। नीलम के खिलाफ विभूतिखंड कोतवाली में कुल 23 मुकदमे दर्ज हैं। पांच लाख की इनामी दीप्ति बहुल अभी फरार है। उत्तर प्रदेश और पंजाब के एक दर्जन शहरों में कंपनी के दफ्तर थे। आरोपियों ने एजेंटों के जरिए पैसे जुटाए और अचानक दफ्तर बंद कर सब फरार हो गए।
सीओ लाल प्रताप सिंह ने बताया कि शनिवार को मानकनगर आरके मैरिज लॉन के पास पारा निवासी नीलम वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। उसके खिलाफ विभूतिखंड कोतवाली में धोखाधड़ी के 23 मुक़दमे दर्ज हैं। पूछताछ में नीलम ने बताया कि साल 2013 में गिरोह के सरगना अभय कुशवाहा ने इनफिनिटी वर्ल्ड नाम से कम्पनी बनाई थीं। किस्तों पर जमीन मुहैया कराने का दावा कर अभय कुशवाहा ने लाखों की धोखाधड़ी की। 2017 में अभय ने इनफिनिटी एग्रो नाम से फर्म बनाई।
साइबर हाइट्स में हैलोराइड
फिर 2018 में साइबर हाइट्स में हैलोराइड नाम से दफ्तर खोला गया था। सीओ लाल प्रताप के मुताबिक साल 2019 में अभय कुशवाहा, निखिल कुशवाहा, मो आजम अली और साल 2021 में राजेश पाण्डेय को गिरफ्तार किया गया था। नीलम ने मानकनगर स्थित मकान छोड़ दिया था। इसके बाद वह पारा में किराए के मकान में रहने लगी। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम रखा गया था।
एसटीएफ के मुताबिक हैलोराइड चलाने वाले गिरोह ने पहले रियल एस्टेट के नाम पर लोगों को ठगा मगर जब मुकदमे दर्ज होने लगे तो धंधा बदल लिया। ठग गिरोह ने इस बार हैलोराइड नाम से बाइक टैक्स फर्म खोल ली। इसके जरिए लोगों से पैसे जमा कराए और अच्छे रिटर्न का वादा कर लोगों को झांसे में लिया। उत्तर प्रदेश, पंजाब में एक दर्जन से अधिक दफ्तर खोले। एजेंटों के जरिए पैसा जुटाया और अचानक दफ्तर बंद कर फरार हो गए।
हैलोराइड कम्पनी में बाइक टैक्सी स्कीम लांच
नीलम वर्मा के मुताबिक हैलोराइड कम्पनी में बाइक टैक्सी स्कीम लांच की गई थी। इसमें निवेशकों से 161 हजार रुपये जमा कराए गए। इसके बदले 12 महीने तक 9,536 प्रतिमाह दिए जाने का दावा किया जाता था। नीलम के मुताबिक लखनऊ, फतेहपुर, नोएडा, मुजफ्फरपुर, पंजाब के मोहाली, पठानकोट और जीरकपुर में ऑफिस बनाए गए। करीब 150 एजेंटों की मदद से 100 करोड़ रुपये का निवेश कराने के बाद आरोपी दफ्तर बंद कर फरार हो गए थे। सीओ के मुताबिक बाइक टैक्सी में निवेश करने वालों से एग्रीमेंट करने का जिम्मा नीलम ही संभालती थी।
विकास नगर निवासी अजय चंदेलिया ने हैलोराइड फर्म में करीब 19 लाख का निवेश किया था। इसी तरह गोण्डा निवासी प्रदीप कुमार ने एक लाख 83 हजार रुपये लगाए थे। पीडितों के मुताबिक शुरुआती दो माह तक उनके खाते में मुनाफे की रकम जमा हुई। फिर रुपये आने बंद हो गए। ऑफिस पहुंच कर पूछताछ करने पर आरोपियों ने टाल मटोल करना शुरू कर दिया। जिसके बाद वर्ष 2019 में निवेशकों ने अभय कुशवाहा और उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना शुरू किया था।