एटा संवाददाता: नंदकुमार
Etah: वन विभाग की लापरवाही के चलते जनपद एटा के अलीगंज विधान सभा के अधिकांश ग्रामीण इलाको में धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। पेड़ों को काटकर वन माफिया हरे वृक्षों की लकड़ी तस्करी दिन रात कर रहे हैं। इसके बाद भी विभाग वन माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। इसके अलावा प्रशासन भी इस तरफ अनदेखी कर रहा है। प्रशासन की नाक के नीचे वन माफिया दिन रात पेड़ों को काट रहें हैं।जिसके चलते जिले का पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। साथ ही मानव जीवन पर खतरा मंडरा रहा है।
read more: Congress प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने किसानों से जुड़े मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा
सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रही..
हर वर्ष शासन व सरकारें हरियाली को बढ़ावा देने पर्यावरण सुधार के लिए पौधरोपण अभियान चला कर वृक्षारोपण कर इति श्री कर लेती हैं। प्रति वर्ष शासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं। जबकि उसकी सुरक्षा को लेकर संबंधित विभाग ही लापरवाही और हरे पेड़ों की रोकथाम करने के लिए विभाग के अधिकारियों की उदासीनता सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रही है ।तहसील क्षेत्र में फलदार एवं मानव जीवन के लिए लाभकारी वृक्षों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है।
वन विभाग माफियाओं पर शिकंजा कसने में नाकाम
दिन रात क्षेत्र में हो रहे हरे पेड़ों का कटान और तस्करी को लेकर जब हमारे स्थानीय संवाददाता ने ग्राउंड जीरो पर हकीकत जानी तो वन विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही उजागर हो गई। मामला बुधवार समय शाम करीब पांच बजे का है ।जब संवाददाता दिनदहाड़े हो रही लकड़ी तस्करी को लेकर स्टोरी कवर कर रहे थे।एटा की तरफ से अलीगंज जा रहा हरे पेड़ के कटान से भरा ट्रेक्टर नगला किस्स पर मिला।तेज रफ्तार से जा रहे ट्रेक्टर की सूचना मुखबिर द्वारा मिली।तत्काल सूचना क्षेत्रीय वन अधिकारी आदित्य सक्सेना को समय शाम पांच दिए जाने का प्रयास किया गया।
उपजिलाधिकारी को मिली सूचना
वन अधिकारी का फोन नहीं लगने की वजह से अलीगंज क्षेत्र के उपजिलाधिकारी प्रतीत त्रिपाठी को समय शाम पांच बजकर दो मिनट पर सूचना दी गई। जिसके उपरांत वन विभाग के कर्मचारी धर्मेंद्र कुमार उक्त मुखबिर को फोन करके तस्करी कर लाए जा रहे लकड़ी भरे ट्रेक्टर की सूचना मांगी। जिसके उपरांत पांच बजकर सत्रह मिनट पर वन कर्मचारी धर्मेंद्र कुमार ने उक्त मुखबिर को सूचना दी की लकड़ी भरा ट्रेक्टर पकड़ लिया है। मिक्स हरी लकड़ी भरी है। जिसमें नीम एवं अन्य लकड़ी के कटान से ट्रेक्टर भरा है।वन अधिकारी ने लकड़ी के कटान को अवैध बताया। उसने बताया की उक्त ट्रेक्टर को अलीगंज के ईदगाह रोड पर बाई पास के समीप पकड़ा है।
एटा के जिलाधिकारी को सूचना दी
सूचना के आधार पर उपजिलाधिकारी अलीगंज प्रतीत त्रिपाठी के निर्देश पर नायब तहसीलदार अलीगंज पांच बजकर चवालीस मिनट पर माफियाओं पर कार्यवाही करने हेतु मौके पर भेजा गया।जहां से वन विभाग के कर्मचारी सहित हरे पेड़ से भरा ट्रेक्टर नदारद मौके से नदारद हो गया।कार्यवाही में ढील देखते हुए उक्त मुखबिर ने एटा के जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह को सूचना दी। डी एम के निर्देश पर मुख्य वन अधिकारी एटा को निर्देशित किया गया।कार्यवाही को अमल में लाने के लिए वन विभाग के एस डी ओ जितेंद्र कुमार को निर्देशित किया गया ।बातचीत के दौरान उन्होंने बताया की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
पांच सौ मीटर दूर माफियाओं पर नहीं कस सका शिकंजा
हरे पेड़ों का क्षेत्र में हो रहा लगातार कटान और लकड़ी की तस्करी पर वन विभाग या तो जान बूझ कर कार्यवाही नही करना चाहता या फिर विभाग के अधिकारियों की माफियाओं से सांठ गांठ नजर आ रही है।जिस तरह हरे पेड़ के कटान से भरा ट्रेक्टर कितनी आसानी से छूट जाता है।निश्चित ही साफ तौर पर देखा जा सकता है की वन माफियाओं और वन विभाग के अधिकारियों की सांठ गांठ किस जीरो टॉलरेंस की बात कहने बाली सरकार को ढेंगा दिखा रहे हैं।वन कटान के कारोबार में संलिप्त वन माफियाओं और अधिकारियों में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ का खौफ कतई नहीं दिखाई दे रहा है।
read more: Congress प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने किसानों से जुड़े मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा