Railway Rules For Lost Baggage:इंडियन रेलवे ने रेल यात्रियों के लिए एक नई ऑनलाइन सेवा की शुरुआत की है, जो खोए हुए सामान को वापस पाने की प्रक्रिया को और भी आसान बनाएगी। पश्चिम रेलवे ने एक नई सेवा ‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत यह सुविधा शुरू की है, जिसमें ट्रेनों और रेलवे परिसरों में मिलने वाले सामान जैसे पर्स, हैंडबैग, डिब्बे और अन्य सामान को फोटो के साथ अपलोड किया जाएगा। इस पहल के जरिए यात्रियों को खोया हुआ सामान आसानी से मिल सकेगा।
Read more :Stock Market Today: Sensex और Nifty में ताबड़तोड़ उछाल! निवेशकों की बढ़ी धड़कन
पश्चिम रेलवे की वेबसाइट पर मिलेगा खोया सामान

पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता ने इस सेवा के बारे में जानकारी दी और बताया कि अब ट्रेनों और रेलवे परिसरों में खोया हुआ सामान जैसे पर्स, हैंडबैग, और अन्य वस्तुएं फोटोज के साथ पश्चिम रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की जाएंगी। इस कदम से यात्रियों के लिए अपना खोया हुआ सामान पहचानने और उसे प्राप्त करने की प्रक्रिया सरल हो जाएगी।
ऑपरेशन अमानत का उद्देश्य और उपयोगिता

‘ऑपरेशन अमानत’ भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण कदम है, जो खोए हुए सामान की पहचान और रिट्रीवल प्रक्रिया को डिजिटल बना देगा। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की मदद से खोए/छोड़े गए सामान को अब पश्चिम रेलवे की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। यह सुविधा यात्रियों को उनके खोए हुए सामान को पहचानने में मदद करेगी और उन्हें वापस पाने की प्रक्रिया में आसानी होगी।
वेबसाइट पर कैसे करें चेक

पश्चिम रेलवे ने इस सेवा को अपनी वेबसाइट पर उपलब्ध कर दिया है। रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार, यात्रियों को अब पश्चिम रेलवे की होम पेज पर लॉस्ट एंड फाउंड सेक्शन में जाना होगा, जहां वे खोए हुए सामान के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस वेबसाइट पर अपलोड किए गए सभी सामान की तस्वीरें और विवरण उपलब्ध होंगे, जिससे यात्रियों को उनका सामान पहचानने में कोई समस्या नहीं होगी।
पहली बार भारतीय रेलवे में डिजिटल सेवा की शुरुआत
यह पहल भारतीय रेलवे की पहली ऐसी डिजिटल सेवा है, जहां खोए हुए सामान को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जा रहा है। इसके जरिए यात्रियों को अपनी यात्रा के दौरान खोए हुए सामान को फिर से प्राप्त करने में सुविधा होगी। यह पहल खासतौर पर उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगी, जो ट्रेनों में यात्रा करते समय अपना सामान भूल जाते हैं या खो देते हैं।