हाल ही में भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में अहम बदलाव देखा गया है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, रुपये में गिरावट के बीच सोने की कीमत में लगातार दूसरे दिन तेजी रही, जबकि चांदी की कीमत में गिरावट आई।
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अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में उछाल

सोने के भाव में आई वृद्धि के कारण मंगलवार को सोने का भाव 250 रुपये बढ़कर 89,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह बढ़ोतरी भारतीय रुपये के कमजोर होने के कारण हुई, क्योंकि रुपये की तुलना में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में उछाल आया था। पिछले कुछ समय से वैश्विक बाजार में सोने की मांग में तेजी देखी जा रही है, जिससे भारतीय बाजार पर भी इसका प्रभाव पड़ा है।
चांदी की कीमतों में गिरावट
चांदी की कीमत में गिरावट आई और यह 500 रुपये घटकर 99,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। चांदी की कीमतों में यह गिरावट रुपये में कमजोरी के बावजूद आई, और इसकी वजह का विश्लेषण कर रहे विशेषज्ञ मानते हैं कि चांदी की मांग में कमी आई है। चांदी का औद्योगिक उपयोग और निवेशकों की कम रुचि चांदी की कीमतों को प्रभावित कर रही है।

सोने की कीमत में वृद्धि
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमत में वृद्धि के कारण कई निवेशक सोने में निवेश को आकर्षक मान रहे हैं, जबकि चांदी के मामले में स्थिति अलग है। चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण निवेशक अब इस धातु से कम प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि, चांदी का उपयोग अब भी गहनों के अलावा औद्योगिक उद्देश्यों के लिए होता है, जिससे कुछ स्तर पर इसकी मांग बनी रहती है।
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अमेरिकी डॉलर में गिरावट

वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों का प्रभाव भारतीय बाजार पर काफी ज्यादा पड़ता है। अमेरिकी डॉलर में गिरावट और आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है। इसके अलावा, भारतीय रुपया भी वैश्विक बाजार के मुकाबले कमजोर हो रहा है, जिससे आयातित सोने की कीमत में वृद्धि हो रही है।
हालांकि, सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी, और यह माना जा सकता है कि आने वाले दिनों में निवेशकों को सतर्क रहना होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक संकेतकों के साथ-साथ घरेलू मांग और आपूर्ति की स्थिति सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करती रहेगी।